बीजापुर जिले में नक्सलियों ने फिर से एक महिला की हत्या कर दी है। जनअदालत में गला घोंटकर उसे मार डाला है। बताया जा रहा है कि 2 दिन पहले पति-पत्नी का अपहरण कर लिया था। इनपर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाया। फिर पति की बेदम पिटाई की और महिला की जान ले ली। माओवादियों ने 4 दिनों के अंदर ये चौथी हत्या की है। मामला जिले के मद्देड़ थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, जिले के लोदेड़ गांव के रहने वाले रामैया यालम और उसकी पत्नी सुकरा यालम को नक्सलियों ने 2 दिन पहले घर से उठा लिया था। इन दोनों को गांव से करीब 3 से 4 किमी की दूरी पर घने जंगल में लेकर गए। यहां जनअदालत लगाई थी। इस जनअदालत में सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। उनके सामने पहले दोनों की बेदम पिटाई की। इनपर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाया।
फिर पति के सामने ही उसकी पत्नी का रस्सी से गला घोंटकर मार डाला। वारदात के बाद पति को रिहा कर दिया। वहीं महिला के शव को गांव के पास लाकर फेंक दिया। शव के पास नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके हैं, जिसमें लिखा है कि दोनों पति-पत्नी साल 2017 से तेलंगाना पुलिस के लिए मुखबिरी का काम कर रहे थे। समझाइश दी गई लेकिन नहीं माने। इसलिए मौत की सजा दी।
इस वारदात की सूचना रात में पुलिस को मिली। जिसके बाद आज सुबह जवान मौके पर पहुंचे हैं। मामले की जांच की जा रही है।
नक्सलियों ने पिछले चार दिनों के अंदर पुलिस की मुखबिरी के आरोप में कुल 4 लोगों की हत्या की है। इसमें एक आंगनबाड़ी सहायिका समेत 2 पूर्व सरपंच हैं। पूर्व सरपंच भाजपा के भी कार्यकर्ता थे। वहीं अब एक और ग्रामीण महिला को मार डाला है।