नईदिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था. पिछले महीने पर्थ टेस्ट के साथ ये सीरीज शुरू भी हो गई और अभी तक 2 मैच खेले भी जा चुके हैं. मगर जितना रोमांच मैदान में दिखा है, उससे ज्यादा वक्त तो मैच शुरू होने के इंतजार में गुजरा है. फिलहाल तो एक बार फिर ये इंतजार खत्म हो गया है, क्योंकि अब सामने है सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच. ब्रिसबेन के गाबा स्टेडियम में 4 साल के बाद फिर से भारत और ऑस्ट्रेलिया भिड़ रहे हैं. पिछली बार टीम इंडिया ने यहां जीत दर्ज की थी और अगर इस बार भी उसे सफलता चाहिए तो कप्तान रोहित शर्मा को टॉस में ही पहला कदम सही रखना होगा.
गाबा में टीम इंडिया भेद चुकी किला
पांच टेस्ट मैच की ये सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है. टीम इंडिया ने पर्थ में खेले गए सीरीज के पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया को चौंका दिया था और 295 रन के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. पहली हार से हैरान ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार वापसी की और एडिलेड में टीम इंडिया को 10 विकेट से हराते हुए न सिर्फ सीरीज को बराबरी पर ले आए बल्कि डे-नाइट टेस्ट में अपनी बादशाहत को बरकरार रखा.
अब तीसरे टेस्ट पर नजरें हैं, जहां दोनों टीम के पास बढ़त लेने का मौका है. ब्रिसबेन के इतिहास को देखते हुए तो मेजबान ऑस्ट्रेलिया ही जीत का दावेदार है लेकिन पिछले 4 साल में उसे दो बार यहां हार का सामना करना पड़ा है. इसमें से पहली हार तो उसे टीम इंडिया से ही मिली थी. जनवरी 2021 में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हरा दिया था. इस तरह 32 साल बाद किसी टीम ने गाबा का किला भेदा था. फिर 2024 की शुरुआत में वेस्टइंडीज ने सबको चौंकाते हुए ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी. फर्क ये था कि उसने पिंक बॉल से ऑस्ट्रेलिया को हराया था.
बस ये गलती न करें रोहित शर्मा
अब रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ऐसा ही कुछ करना चाहेगी लेकिन इसके लिए भारतीय कप्तान को टॉस के दौरान ही सही कदम उठाना पड़ेगा. इसके लिए उन्हें पिछले 5 टेस्ट मैच के नतीजों पर नजर डालनी चाहिए. 2019 से 2024 तक गाबा में खेले गए 5 टेस्ट मैच में से 4 मैच पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं. सिर्फ वेस्टइंडीज ऐसी टीम है, जिसने पहले बैटिंग करते हुए जीत दर्ज की थी. यानि कप्तान रोहित शर्मा टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने की गलती न करें क्योंकि जो वेस्टइंडीज ने किया, उसके बार-बार होने की संभावना कम है.
इन 5 मुकाबलों में से 4 में टॉस जीतने वाले कप्तान ने पहले बैटिंग चुनी थी लेकिन वेस्टइंडीज को छोड़कर बाकी तीनों मुकाबलों में उस टीम को हार झेलनी पड़ी थी. इसमें 2021 का भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट भी शामिल है. वहीं सिर्फ एक बार किसी कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग चुनी थी और उसे जीत ही मिली. ये कप्तान ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ही थे, जिन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ये सफलता हासिल की थी. ऐसे में अगर टीम इंडिया को जीत दर्ज करनी है तो पहला कदम भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को ही बढ़ाना पड़ेगा.