नईदिल्ली। लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने द्वापर युग के एक किरदार एकलव्य के जरिए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने अपने भाषण के दौरान कहा कि जिस तरीके से एकलव्य का अंगूठा काट लिया गया था, उसी तरीके से अब मोदी सरकार पिछड़े, दलित और युवाओं का अंगूठा काट रही है.
राहुल ने इस दौरान उद्योगपति गौतम अडानी, पेपर लीक, लैटरल एंट्री और धारावी के जरिए भी केंद्र की सरकार को घेरने की कोशिश की.
पहले सुनाया एकलव्य का किस्सा
राहुल गांधी ने कहा कि इसी दिल्ली में सालों पहले एक युवक ने तपस्या की. युवक का नाम एकलव्य था. एकलव्य जब शिक्षा लेने के लिए ब्राह्मण द्रोणाचार्य के पास गए, तो उन्होंने एकलव्य को इसलिए शिक्षा प्रदान नहीं की, क्योंकि एकलव्य दलित था. नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि कहानी हम सबने सुनी है.
कहानी को आगे बढ़ाते हुए राहुल ने कहा कि एक दिन एकलव्य के काम को देखते हुए द्रोणाचार्य ने उसका अंगूठा ही मांग लिया. वो अंगूठा जो उसका भविष्य था.
5 मुद्दों से मोदी सरकार पर निशाना
1. राहुल गांधी ने कहा कि उद्योगपति गौतम अडानी को पोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक दिया जा रहा है. मोनोपॉली व्यवस्था तैयार की जा रही है, जो संविधान में कहीं नहीं लिखा है. क्या इससे सरकार युवाओं का अंगूठा नहीं काट रही है?
2. राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर योजना लागू की गई है. संविधान में इसका कोई जिक्र नहीं है. सरकार इसके जरिए उन युवकों का अंगूठा काट रही है, जो फौज में शामिल होना चाहते थे.
3. राहुल ने कहा कि सरकारी नौकरियों में अब लैटरल एंट्री का सहारा लिया जा रहा है. नई भर्ती सरकार सीधे लैटरल एंट्री से कर रही है. इससे सीधे तौर पर ओबीसी युवाओं का अंगूठा काटा जा रहा है.
4. धारावी का मुद्दा भी राहुल ने उठाया. उन्होंने कहा कि मुंबई के धारावी की जमीन उद्योगपतियों को दी जा रही है. सरकार का यह फैसला धारावी वासियों के लिए अंगूठा काटने जैसा है.
5. राहुल गांधी ने संसद में पेपर लीक का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार के रहते 70 पेपर लीक हुए. यह सीधे तौर पर अभ्यर्थियों का अंगूठा काटने वाला कदम है.
50 प्रतिशत के आरक्षण बैरियर को तोड़ेंगे
राहुल गांधी ने अपने भाषण के आखिर में कहा कि जातियों की गिनती जरूरी है, इसलिए हम जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं. हमारी सरकार जब आएगी, तब हम जातियों की गिनती कराएंगे.
राहुल ने आगे कहा कि जाति जनगणना कराने के बाद हम आरक्षण के 50 प्रतिशत बैरियर को तोड़ देंगे. वो इसी सदन में तोड़ा जाएगा.
राहुल ने इस दौरान मनुस्मति, वीर सावरकर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए भी मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि संघ ने मनुस्मृति को बेहतर बताया. सावरकर ने तो संविधान में कुछ भी भारतीय न होने की बात कही थी.
कांग्रेस नेता ने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब आप संविधान की रक्षा की बात करते हैं तो आप सावरकर को कमतर और अपमानित करते हैं.