नईदिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मैच के पहले दिन दर्शकों को बड़ी निराशा झेलनी पड़ी. ब्रिसबेन के गाबा में खेले जा रहे टेस्ट के पहले दिन बारिश के चलते खेल रद्द हो गया. पहले दिन महज 13.2 ओवर का ही खेल हो सका. बता दें कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया. इसके साथ ही रोहित शर्मा ने वो काम कर दिया, जो पिछले 10 साल से किसी भी भारतीय कप्तान ने नहीं किया था.
टीम इंडिया ने 10 साल बाद किया यह काम
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर 14 दिसंबर से तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत हुई. टॉस के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने सिक्का उछाला और सिक्का भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के पक्ष में गिरा. रोहित ने टॉस जीतने के बाद गेंदबाजी करने का निर्णय लिया. इस तरह साल 2014 के बाद टीम इंडिया ने ऐसा पहली बार किया है जब उसने विदेशी धरती पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के बजाय गेंदबाजी करने का फैसला लिया हो. टीम इंडिया ने इससे पहले 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में खेले गए टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी.
टीम इंडिया को पहले भी हो चुका है नुकसान
गौरतलब है कि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में जब भी टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया है तब उसे कभी भी जीत नसीब नहीं हुई. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में आठ मैचों में ऐसा किया है. इसमें से उसे चार मैचों में कंगारू टीम के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी. जबकि चार मैच ड्रॉ पर खत्म हुए.
1985 से जब-जब हुआ ऐसा, ऑस्ट्रेलिया को मिली जीत
गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है. वहीं साल 1985 के बाद अब तक ऐसा देखने को मिला है जब-जब ऑस्ट्रेलिया को इस ऐतिहासिक मैदान पर विरोधी टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले बैटिंग करने का न्योता दिया तब-तब विरोधी टीम को हार का सामना करना पड़ा है. ऑस्ट्रेलिया ने विरोधी टीम से मिले पहले बैटिंग करने के फैसले का फायदा उठाते हुए 1985 से लगातार गाबा में जीत हासिल की है. टीम इंडिया ने भी ऑस्ट्रेलिया के साथ ऐसा ही किया है. कहीं ऐस ना हो कि टीम इंडिया को ब्रिसबेन में लेने के देने पड़ जाए. कप्तान रोहित शर्मा का टॉस से जुड़ा यह फैसला टीम इंडिया को भारी ना पड़ जाए.