नईदिल्ली : भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने साथी गेंदबाज मोहम्मद सिराज की टेस्ट में फॉर्म को लेकर चल रही चिंताओं को खारिज किया। बुमराह ने सिराज के लड़ने के जज्बे की सराहना की। बुमराह ने कहा कि टीम सिराज के व्यवहार की वैल्यू समझती है कि किस तरह उन्होंने परेशानी के बावजूद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में गेंदबाजी की।
सिराज 2020-21 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे के प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती से जूझ रहे हैं। सिराज पांच पारियों में अब तक 11 विकेट ले चुके हैं, लेकिन वह दूसरे छोर से लगातार बुमराह का समर्थन नहीं कर पा रहे हैं। ब्रिसबेन टेस्ट की पहली पारी में सिराज ओवरकास्ट कंडीशंस में सही लेंथ के लिए संघर्ष कर रहे थे। दूसरे दिन उन्हें हल्की चोट लग गई थी और वह करीब एक सत्र के लिए मैदान से बाहर चले गए थे। हालांकि, उन्होंने वापसी की और दो विकेट निकालने में सफल रहे।
बुमराह ने सिराज के जज्बे को सराहा
बुमराह ने सिराज के लिए कहा, इस मैच में मैं उन्हें श्रेय देना चाहूंगा। उन्हें हल्की चोट लगी थी फिर भी वह गेंदबाजी करने आए और उन्होंने टीम की मदद की। सिराज को पता था कि अगर वह मैदान पर गेंदबाजी करने के लिए नहीं उतरे तो टीम दबाव में आ जाएगी। उनका व्यवहार अच्छा है और उनके लड़ने के जज्बे को टीम में सभी पसंद करते हैं। मुझे निजी तौर पर भी यह चीज पसंद है।
उन्होंने कहा, सिराज हमेशा चुनौती देते हैं और टीम के लिए अपना सबकुछ देते हैं। यह किसी क्रिकेटर के लिए सबसे ज्यादा सकारात्मक बात है। अगर वह 100 प्रतिशत नहीं दे पाते हैं तो भी लगातार टीम के लिए जूझते रहते हैं। यह अच्छा व्यवहार है। विकेट की बात करें तो किसी दिन आप अच्छी गेंदबाजी करते हैं, लेकिन विकेट नहीं निकाल पाते या किसी दिन अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं फिर भी विकेट मिल रहे हैं। मैं उनसे यही कहा था। आप उन चीजों पर ध्यान दें जो आपके नियंत्रण में हैं। आप चेहरे पर हंसी रखें क्योंकि आप यहां टेस्ट क्रिकेट खेलने आए हैं। आपके परिवार को आप पर गर्व होगा।
‘टीम बदलाव के दौर से गुजर रही’
बुमराह ने भारतीय टीम का बचाव करते हुए अपने पर अतिरिक्त दबाव की बात को खारिज किया और कहा कि टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है और अनुभवी होने के नाते अतिरिक्त जिम्मेदारी उठाना उनका काम है। बुमराह ने कहा, एक टीम के रूप में हम एक दूसरे पर सवाल नहीं उठाते। हम उस मानसिकता में नहीं पड़ना चाहते जहां एक दूसरे पर ऊंगली उठाई जाए। हम एक टीम के रूप में बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। नए खिलाड़ी आ रहे हैं और क्रिकेट खेलने के लिये यह सबसे आसान जगह नहीं है। विकेट अलग तरह की है और माहौल अलग है।
बुमराह ने कहा, गेंदबाजी ईकाई के तौर पर हम बदलाव के दौर में है लिहाजा दूसरों की मदद करना मेरा काम है। मैने दूसरों से अधिक क्रिकेट खेली है तो मैं उनकी मदद की कोशिश कर रहा हूं।