नईदिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे मंगलवार को सुपौल के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने जिले के विभिन्न हिस्सों में पार्टी के अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। जहां उन्होंने मिथिला के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के योगदान को याद किया। कहा कि अटल जी की देन है कि मिथिलांच का दो हिस्सा कोसी महासेतु के निर्माण के बाद एक हो सका। अटल जी के सिद्धांत को अपना कर एक भारत श्रेष्ठ भारत के निर्माण में सभी को योगदान करने की आवश्यकता है। इधर, कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री के बोल बिगड़े और उन्होंने विपक्ष की तुलना मेंढक से कर दी। अश्विनी चौबे ने कहा कि विपक्ष टर टर करता रह जाएगा और वन नेशन वन इलेक्शन का बिल पास हो जाएगा। आने वाले समय में सभी चुनाव एक साथ होंगे। इससे सरकार को पूरे पांच साल काम करने का मौका मिलेगा। आचार संहिता की वजह से विकास कार्य बाधित नहीं होंगे। वही चुनावों में होने वाला खर्च भी घटेगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सार्थक भूमिका निभानी चाहिए। लेकिन वह केवल शोर मचाने और दुष्प्रचार करने में मशगूल है।
बांग्लादेश को भारत ने कराया आजाद, अब वहां सनातनियों पर हो रहे हमले
अश्विनी चौबे ने कहा कि जिस बांग्लादेश को भारत ने आजाद कराया, वहां सनातन धर्मावलंबियों पर हमले हो रहे हैं। जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बांग्लादेश को ऐसी कट्टरवादी गतिविधियां तुरंत रोकनी चाहिए, वरना यह देश खुद कई टुकड़ों में बंट जाएगा। उन्होंने इस्कॉन पर हुए हमलों और उनके धर्मगुरु की गिरफ्तारी को कट्टरवाद की पराकाष्ठा बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की।
सीमांचल क्षेत्र में घुसपैठ रोकने के लिए काम करे सरकार
अश्विनी चौबे ने सीमांचल क्षेत्र में घुसपैठ की समस्या को भी गंभीरता से उठाया और कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें इसे रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ताओं से मिलने और उन्हें प्रोत्साहित करने आए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कार्यकर्ताओं को अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों को आत्मसात करना चाहिए। अटल जी के विचारों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।