छत्तीसगढ़

आईपीएल 2025: संन्यास लेते ही अश्विन के बदले सुर! रोहित-कोहली नहीं, बल्कि इन्हें बताया शानदार कप्तान, फर्क बताया

नईदिल्ली : ब्रिस्बेन टेस्ट खत्म होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। कुछ रिपोर्ट्स में अश्विन के संन्यास की वजह टीम मैनेजमेंट के कुछ फैसलों से उनकी नाराजगी बताई गई थी। हालांकि, अश्विन ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास क्रिकेट के कुछ साल बचे हैं और वह इसका इस्तेमाल आईपीएल में करना चाहेंगे। आईपीएल 2025 में अश्विन अपनी पुरानी टीम चेन्नई सुपर किंग्स से खेलते दिखेंगे। सीएसके ने उन्हें इस साल मेगा ऑक्शन में खरीदा था।

आईपीएल में धोनी के साथ खेलते दिखेंगे अश्विन
ऐसे में सीएसके में अश्विन एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलते दिखेंगे। हालांकि, अगले सीजन धोनी कप्तान नहीं होंगे और अश्विन नए कप्तान ऋतुराज के अंदर खेलते दिखेंगे। अश्विन ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत धोनी की कप्तानी वाली सीएसके से की थी। वह पिछले कुछ वर्षों में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट की कई बार तारीफ भी कर चुके हैं। साथ ही विराट कोहली की कप्तानी की भी तारीफ कर चुके हैं। हालांकि, अब आईपीएल शुरू होने से पहले उनके सुर बदले हैं और उन्होंने धोनी को शानदार कप्तान बताया है और यह भी बताया है कि माही क्यों अन्य भारतीय कप्तानों से अलग हैं।

अश्विन ने बताया ‘कप्तान धोनी’ क्यों हैं खास?
अश्विन ने कहा है कि मैदान पर धोनी की मूल बातों को तवज्जो देने की खासियत और उनकी सादगी उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। अश्विन ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर धोनी की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा- मुझे लगता है कि वह ज्यादातर बुनियादी चीजें सही करते हैं और उन्हीं पर ध्यान देते हैं। अधिकांश अन्य कप्तान बुनियादी बातों को तवज्जो नहीं देते, जिससे खेल उनके लिए और अधिक कठिन हो जाता है।’ अश्विन ने उदाहरण देते हुए बताया कि धोनी ने अपने गेंदबाजों को खुलकर गेंदबाजी करने की अनुमति दी है, लेकिन उन्होंने आत्ममुग्धता के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी है।

माही गेंदबाज को नहीं बताते कहां गेंदबाजी करनी है
उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए, माही गेंदबाज को कभी नहीं बताते कि कहां गेंदबाजी करनी है। पहली बात वह कहेंगे कि अपनी फील्डिंग खुद लगाओ और फील्ड के मुताबिक गेंदबाजी करो। वह इस तथ्य से नफरत करते हैं कि जब एक नया बल्लेबाज बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आता है और आप उन्हें ढीली गेंद करते हैं। वह मुझे गेंदबाजी से नहीं हटाएंगे, अगर मैंने अच्छी गेंद पर एक ओवर में दो तीन चौके दे दिए। यह उनके दिमाग में अच्छी बात है।’

क्रिकेटर मूल बातें भूल गए हैं’
अश्विन ने कहा, ‘अगर मैं एक नए बल्लेबाज को कट या ड्राइव करने का मौका देता हूं तो वह नाराज हो जाएंगे। वह मुझे मेरी फील्डिंग के बारे में बताएंगे और वह मुझे गेंदबाजी से दूर कर देंगे। यह क्रिकेट की एक बहुत ही बुनियादी चीज है। इन वर्षों में मैंने महसूस किया कि लोग मूल बातें भूल गए हैं।’ आईपीएल 2023 में जब धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने रिकॉर्ड पांचवां खिताब जीता, तो उन्होंने तुषार देशपांडे को स्ट्राइक गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किया था। तुषार ने अच्छी गेंदबाजी की और 16 मैचों में 21 विकेट लिए थे। अश्विन ने धोनी की कप्तानी में तुषार की सफलता पर भी प्रकाश डाला।

‘खेल के कुछ पहलू हैं जो नहीं बदलते हैं’
अश्विन ने कहा, ‘खेल के कुछ पहलू हैं जो नहीं बदलते हैं और एमएस धोनी उन बातों को सरल रखते हैं। पिछले साल आईपीएल में उन्हें तुषार देशपांडे मिले और उन्होंने उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाया। मुझे पता है कि एमएस धोनी ने उन्हें क्या बताया होगा। वह उनसे कहते होंगे कि सबसे लंबी बाउंड्री पर हिट करवाओ और मुझे पिछले साल की तुलना में दो रन कम खर्च करो। ऐसे बयान गेंदबाज के लिए दो काम करते हैं। इससे दबाव कम होता है और इससे उन्हें लगता है कि मैं बहुत छोटे लक्ष्यों को हासिल कर सकता हूं।’

बतौर कप्तान धोनी का रिकॉर्ड
धोनी की कप्तानी में भारत ने 60 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से 27 मैच जीते, 18 हारे और 15 ड्रॉ रहे। वह भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने टीम इंडिया को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान दिलाया था। वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को व्हाइटवॉश करने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान भी हैं। ऐसा उन्होंने 2010-11 और 2012-13 की सीरीज में किया था। धोनी ने वनडे में 200 मैचों में भारत का नेतृत्व किया। उनकी कप्तानी में भारत 110 मैचों में विजयी रहा, 74 में हार मिली और पांच ड्रॉ रहे। टी20 अंतरराष्ट्रीय में धोनी ने 74 मैचों में भारत की कप्तानी की और टीम को 41 मैचों में जीत दिलाई।