छत्तीसगढ़

असम: कोयला खदान से निकाले गए आज 3 मजदूरों के शव, पांच अब भी अंदर फंसे; बचाव कार्य जारी

Assam mining tragedy Body of another labourer trapped in coal mine recovered

गुवाहाटी। असम के दीमा हसाओ जिले में शनिवार को कोयला खदान से तीन मजदूरों के शव निकाले गए हैं, जिसके बाद अब तक खदान से कुल चार शव निकाले जा चुके हैं। पांच मजदूर अभी भी खदान में फंसे हैं। पहला शव बुधवार को खदान से निकाला गया था, वहीं तीन शव शनिवार को निकाले गए हैं। सोमवार को दीमा हसाओ जिले के उमरंगसू में एक अवैध खदान में अचानक पानी भर जाने के चलते नौ खनिक फंस गए थे। 

अब तक चार मजदूरों के शव हुए बरामद
एक अधिकारी ने बताया कि खदान में फंसे हुए खनिकों की तलाश में बचाव अभियान शनिवार सुबह फिर से शुरू हुआ। तलाश के छठे दिन अब तक तीन मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। एक मृतक की पहचान दीमा हसाओ को कलामाटी के गांव नंबर एक के निवासी 27 वर्षीय लिजेन मगर के रूप में हुई है। दो खनिकों की पहचान की कोशिश की जा रही है। इससे पहले बुधवार को नेपाल के रहने वाले एक मजदूर का शव पहले ही बरामद किया जा चुका है। खदान में अचानक पानी भर जाने से नौ मजदूर खदान में फंस गए थे। 

शनिवार को पहला शव मिलने पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा, ‘उमरंगसू में बचाव कार्य निरंतर जारी है। दुखद रूप से, आज सुबह एक और शव बरामद किया गया। हम इस कठिन समय में आशा और शक्ति के साथ शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।’ बचाव कार्य में जुटे एक अधिकारी ने बताया कि 340 फीट गहरी खदान से पानी निकालने का काम जारी है और अब इस काम में ओएनजीसी और कोल इंडिया द्वारा लाई गई मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अभी भी पांच मजदूर अवैध कोयला खदान में फंसे हुए हैं। हालांकि उनके बचने की उम्मीद बेहद कम है। इस बीच पुलिस ने अवैध खदान में फंसे मजदूरों के सरदार को गिरफ्तार कर लिया है। सरदार हादसे के बाद से फरार था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शनिवार को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर असम में हुई खनन त्रासदी की एसआईटी जांच की मांग की है। इस हादसे में कोयला खदान में काम कर रहे नौ मजदूर फंस गए थे और अब तक उनमें से चार के शव बरामद किए गए हैं। पांच मजदूर अभी भी फंसे हैं। कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में ‘कमजोर कानून व्यवस्था और स्थानीय मिलीभगत’ के कारण अवैध खनन अनियंत्रित रूप से जारी है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि ‘मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस त्रासदी की जांच के लिए तत्काल एसआईटी जांच का आग्रह किया है। इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। इसके अलावा, सुरक्षा, भ्रष्टाचार और पर्यावरण को होने वाले नुकसान के व्यापक मुद्दों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। गोगोई ने कहा कि पीड़ितों के परिवार न्याय के हकदार हैं और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जाए।