नईदिल्ली : भारत को 1983 वनडे विश्व कप जिताने वाले कपिल देव ने युवराज सिंह के पिता और पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह के ‘पिस्टल से मारने गया था’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, उन्होंने इस मामले पर ज्यादा कुछ बोलने से इनकार कर दिया। कपिल हाल ही में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वेन्यू में एंट्री करने से पहले उन्हें पैपराजी ने घेर लिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पैपराजी को योगराज सिंह की टिप्पणी के बारे में कपिल देव से सवाल करते हुए देखा जा सकता है।
जैसे ही लोगों ने योगराज सिंह का नाम चिल्लाना शुरू किया, तो महान ऑलराउंडर ने कहा, ‘कौन है? कौन है योगराज सिंह? किसकी बात कर रहे हो?’ इस पर एक पैपराजी ने जवाब दिया, ‘योगराज सिंह। युवराज सिंह के पिता।’ इसके जवाब में कपिल ने कहा, ‘अच्छा, और कुछ?’
योगराज ने बताई थी पूरी कहानी
हाल ही में योगराज ने पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को लेकर बड़ा खुलासा किया था। योगराज ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि एक बार वह पिस्टल लेकर कपिल देव के घर उन्हें मारने के इरादे से गए थे। पूर्व भारतीय बल्लेबाज योगराज ने कहा था कि उन्हें टीम से बाहर बैठाया गया था इसलिए वह गुस्से में आकर कपिल को मारने चले गए थे।
कपिल की मां के कारण पीछे हटे थे योगराज
योगराज ने कहा कि वह इस योजना पर अमल नहीं कर पाए थे क्योंकि कपिल देव अपनी मां के साथ घर से बाहर आए थे। योगराज ने यू-ट्यूब पर एक इंटरव्यू में कहा, ‘जब कपिल देव भारत, उत्तरी क्षेत्र और हरियाणा के कप्तान बने, तो उन्होंने बिना किसी कारण के मुझे बाहर कर दिया। मेरी पत्नी चाहती थीं कि मैं कपिल से सवाल करूं। मैंने उनसे कहा कि मैं कपिल को सबक सिखाऊंगा। मैंने पिस्टल ली और कपिल के घर चला गया। वह अपनी मां के साथ बाहर आए। मैंने कई बार उन्हें गालियां दी। मैंने उससे कहा कि तुम्हारी वजह से मैंने एक दोस्त खो दिया है और तुमने जो किया है, उसकी कीमत तुम्हें चुकानी पड़ेगी। मैंने उससे कहा कि मैं तुम्हारे सिर में गोली मारना चाहता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं क्योंकि तुम्हारी मां यहां खड़ी हैं। फिर मैंने शबनम से वहां से चलने कहा।’
‘गावस्कर से दोस्ती के कारण किया गया बाहर’
योगराज ने खुलासा किया कि कथित तौर पर कपिल देव और बिशन सिंह बेदी की राजनीति के कारण उत्तरी क्षेत्र टीम से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया था। योगराज ने कहा कि चूंकि उनकी सुनील गावस्कर से अच्छी दोस्ती थी इसलिए सीनियर खिलाड़ियों ने उन्हें बाहर कर दिया। योगराज ने कहा, ‘उस पल से मैंने फैसला किया मैं क्रिकेट नहीं खेलूंगा और युवराज इसमें अपना करियर बनाएंगे।’