छत्तीसगढ़

यूजीसी नेट परीक्षा की नई तारीख जारी, अब 21 और 27 जनवरी को परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी

नईदिल्ली : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए (NTA) ने हाल ही में 15 जनवरी 2025 को होने वाली यूजीसी नेट परीक्षा को स्थगित कर दिया था,अब इस परीक्षा की रिवाइज्ड डेट जारी कर दी गई है. नए शेड्यूल के मुताबिक, अब 21 और 27 जनवरी 2025 को परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी यानी पहले एक दिन में होने वाली ये परीक्षा अब दो दिन में ली जाएगी. आधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जल्द ही इन परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड जारी करेगी.

नए शेड्यूल के मुताबिक, 21 जनवरी 2025 को एक ही शिफ्ट में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जबकि 27 जनवरी को दूसरी शिफ्ट में दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक परीक्षाएं आयोजित होंगी. 21 जनवरी को इंडियन नॉलेज सिस्टम, मलयालम, उर्दू, क्रिमिनोलॉजी और फोक लिटरेचर जैसे विषयों की परीक्षा होगी, जबकि 27 जनवरी को संस्कृत, मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज्म, जापानीज, इलेक्ट्रॉनिक साइंस, लॉ और नेपाली आदि विषयों की परीक्षा होगी.

क्यों स्थगित हुई थी परीक्षा?

एनटीए ने पोंगल और मकर संक्रांति त्योहारों को देखते हुए यूजीसी नेट दिसंबर 2024 परीक्षा स्थगित कर दी थी. आधिकारिक नोटिस में लिखा था, ‘राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 15 जनवरी 2025 को निर्धारित यूजीसी नेट दिसंबर 2024 परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया है. परीक्षा की नई तारीख बाद में घोषित की जाएगी’. हालांकि 16 जनवरी को होने वाली परीक्षा को स्थगित नहीं किया गया था. ये परीक्षा अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही आयोजित की जाएगी.

यूजीसी नेट 2024 परीक्षा कुल 85 विषयों के लिए देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है. परीक्षा की शुरुआत 3 जनवरी 2025 से हुई थी और 16 जनवरी को खत्म होनी थी, लेकिन 15 जनवरी की परीक्षा स्थगित होने की वजह से अब आखिरी परीक्षा 27 जनवरी को आयोजित होगी.

क्यों होती है ये परीक्षा?

यूजीसी नेट यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा हर साल जून और दिसंबर में भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए पात्र होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जाती है. जेआरएफ पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए यूजीसी नेट सर्टिफिकेट तीन साल के लिए वैलिड होता है, जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर/लेक्चरर पद के लिए सर्टिफिकेट आजीवन वैलिड होता है.