छत्तीसगढ़

इजरायल-हमास के बीच सीजफायर डील पर संकट के बादल! बंधकों की रिहाई में अब भी कई पेंच, नेतन्याहू ने कर दिया बड़ा इशारा

नईदिल्ली : इजरायल हमास जंग के 15 महीने बीतने के बाद 42 दिवसीय सीजफायर को लेकर सारी प्रकियाएं पूरी हो चुकी है. पूरी दुनिया की निगाहें इजरायल और हमास के बीच हुए इस करार पर हैं कि दोनों एक दूसरे के नागरिकों के रिहा करेगा.

समझौते के तहत इस समझौते के पहले चरण में 42 दिन का सीजफायर होगा. इसकी शुरूआत रविवार (19 जनवरी 2025) की सुबह को होगी. इस समझौते की शर्तें हैं कि हमास की ओर से 32 बंधकों की रिहा किया जाएगा जिन्हें 7 अक्तूबर 2023 के हमले के दौरान अगवा कर लिया गया था. दूसरी ओर इजरायल भी 737 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. हालांकि इस डील के सभी औपचारिकाताओं को पूरा कर लिया गया है लेकिन डील पर संकट के बादल अब भी मंडरा रहे हैं.

नेतन्याहू के मंत्री समझौते के विरोध में दिया इस्तीफा

इजराइल के दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने गाजा युद्धविराम समझौते के विरोध में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. वहां इस सीजफायर के विरोध में थे. शुक्रवार को सुरक्षा कैबिनेट में समझौते को लेकर हो रही बैठक के दौरान भी उन्होंने इसके विरोध में वोट किया था.

नेतन्याहू क्यों कर रहे समझौता तोड़ने का इशारा?

युद्ध विराम समझौते के प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल को अभी भी उन बंधकों के नामों की सूची नहीं मिली है जिन्हें हमास रिहा करने वाला है, जिससे समझौता रुक सकता है. नेतन्याहू ने अपने ऑफिस की ओर से जारी एक बयान में कहा, “जब तक हमें रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, तब तक हम इस रूपरेखा के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे. इजरायल समझौते के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा. अब गेंद हमास के पाले में है.”

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते में कहा गया है कि हमास को बंधकों के नाम उनकी रिहाई से कम से कम 24 घंटे पहले उपलब्ध कराने होंगे. ये वक्त स्थानीय समय के मुताबिक शाम 4 बजे होना चाहिए था, लेकिन इजरायली पीएम ने कहा है कि अब तक बंधकों की सूची नहीं दी गई है.

इजरायली पीएमओ ने कहा है कि कुछ ही देर में पीएम बेंजामिन नेतन्याहू बयान जारी करने वाले हैं. नेतन्याहू ने पिछले महीने प्रोस्टेट सर्जरी के बाद कोई सार्वजनिक भाषण नहीं दिया है. इस बीच अगवा किए गए बंधकों के परिवार वालों ने पीएम नेतन्याहू से सार्वजनिक संबोधन करने की बात कही थी और कहा था कि वो ऐलान करें कि जंग खत्म हो रहा है.

इजरायली सेना बंधकों के बंदोबस्त में जुटी

इजरायली सेना बंधकों की संभावित रिहाई को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. आईडीएफ का कहना है कि उसने सीजफायर समझौते में गाजा पट्टी से हमास की ओर से रिहा किए जाने वाले बंधकों को रिसीव करने के लिए अपनी सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सेना ने गाजा सीमा के पास तीन कैंप स्थापित किए हैं. ये कैंप रीम बेस, केरेम शालोम क्रॉसिंग और एरेज़ क्रॉसिंग पर तैयार किए गए हैं, जहां बंधक डॉक्टरों, मनोवैज्ञानिकों और मानसिक स्वास्थ्य अधिकारियों सहित आईडीएफ प्रतिनिधियों से मिलेंगे और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जाएगा.