छत्तीसगढ़

उनके गुरु रामभद्राचार्य के पास दिव्य दृष्टि है, उनको पूछिए कि मैं कौन हूं और चुपचाप बैठ जाएं…, ममता कुलकर्णी ने धीरेंद्र शास्त्री को दे डाली नसीहत

नईदिल्ली : पूर्व फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. कुछ दिन पहले उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया लेकिन विवाद होने के बाद उन्हें इस पद से हटा दिया गया. उन्हें महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कई साधु संतों ने विरोध किया था, जिसमें बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री और योग गुरु बाबा रामदेव भी शामिल थे. ममता कुलकर्णी ने इन दोनों बाबाओं को अपने अंदाज में जवाब दिया.

दरअसल, हाल ही में वो एक शो आप की अदालत में पहुंचीं थीं. इस दौरान उनसे इसी विवाद से जुड़े कुछ सवाल किए गए. ममता कुलकर्णी ने बाबा रामदेव के विरोध को लेकर किए गए सवाल पर कहा, “अब मैं क्या बोलूं बाबा रामदेव को. उनको महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए. मैं उनको उनके ऊपर छोड़ती हूं.”

उन्होंने कहा, “वो नैपी… धीरेंद्र शास्त्री है. जितनी उनकी आयु है 25 साल, उतनी मैंने तपस्या की है और जिनको उन्होंने सिद्ध करके रखा है वो हनुमान जी हैं. इस 23 साल की तपस्या में 2 बार प्रत्यक्ष स्वरूप में उनके साथ मेरा रहना हुआ है. मैं धीरेंद्र शास्त्री से कहना चाहती हूं कि उनके गुरु रामभद्राचार्य के पास दिव्य दृष्टि है, उनको पूछिए कि मैं कौन हूं और चुपचाप बैठ जाएं.”

महामंडलेश्वर विवाद पर और क्या बोलीं ममता कुलकर्णी?

ममता कुलकर्णी ने ये भी कहा कि वो महामंडलेश्वर नहीं बनना चाहती थीं लेकिन किन्नर अखाड़े की आचार्य रहीं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें इसके लिए मजबूर किया. वो तो बनने के लिए तैयार भी नहीं थीं. वहीं ममता कुलकर्णी पर ये भी आरोप लगा कि महामंडलेश्वर बनने के लिए उन्होंने पैसे दिए. इस आरोप पर उन्होंने कहा कि मेरे पास तो कोई पैसा नहीं है. मेरे सभी खाते सीज हैं और 2 लाख रुपये उधार लेकर गुरु भेंट दी है.