छत्तीसगढ़

ये कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है, इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है…, महाकुंभ की भगदड़ पर हेमा मालिनी का अजीबोगरीब बयान, वीडियो

नईदिल्ली : महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर एक ओर विपक्ष यूपी सरकार पर हमलावर है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है. महाकुंभ में भगदड़ को लेकर जब मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है. उन्होंने कहा इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है.

हेमा मालिनी ने कहा, “हम भी कुंभ गए, हमने अच्छे से स्नान किया था. ये सही है कि घटना हुई है, लेकिन ये कोई इतना-बड़ा भी नहीं हुआ था. इतना बड़ा है क्या है वो मुझे नहीं मालूम है. इसे ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है. इसे सही तरीके से मैनेज कर लिया गया है. बहुत भीड़ आ रही है, इसलिए उसे मैनेज करना कठिन है.” 

उनसे जब पूछा गया कि अखिलेश यादव कह रहे हैं कि महाकुंभ में सेना लगा देनी चाहिए तो इस पर हेमा मालिनी ने कहा कि उनका तो काम है ऐसा कहना. बहुत अच्छे से संभाल रहे हैं. इतने लोग आ रहे हैं कि उन्हें मैनेज नहीं करना कठिन हैं. वहीं जब उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ में स्नान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो तो महाकुंभ जाएंगे. जब वहां सबकुछ ठीक है, इसीलिए तो वह जा रहे हैं.

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर कहा कि यूपी सरकार सही तरीके से व्यवस्था नहीं कर पाई. इसलिए अब कुंभ की व्यवस्था को सेना को सौंप देना चाहिए. उन्होंने कहा कि डिजिटल कुंभ कराने वाले मृतकों के आंकड़े तक नहीं दे पा रहे. लाशें कहां फेंकी गईं ये तो बताया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि तक नहीं दी. वे घटना को छिपाने में लगे रहे. महाकुंभ में स्नान कर पुण्य कमाने आए लोग अपनों के शव लेकर गए. अखिलेश यादव ने इस मामले में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि इस मामले के दोषियों को दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए.

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे. देर रात करीब एक बजे यहां भगदड़ मच गई, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इसके अलावा 90 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.