नईदिल्ली I भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित ने शुक्रवार को कहा कि पिछले चार दिनों में सुप्रीम कोर्ट ने 1,293 अलग-अलग मामले, 106 रेगुलर और 440 ट्रांसफर मामलों का निपटारा किया है. CJI ललित ने कहा कि उनके सचिव ने पिछले चार दिनों का उन्हें डेटा दिया जो दर्शाता है कि 1,293 अलग-अलग तरह के मामले, 440 ट्रांसफर मामलों का निपटारा किया गया है. CJI ललित ने यह भी कहा कि पिछले दो दिनों में, 106 रेगुलर मामलों का निपटारा किया गया है. उन्होंने कहा, “हम नियमित मामलों के निपटान पर अधिक जोर दे रहे हैं.”
CJI ललित ने आश्वासन दिया कि सुप्रीम कोर्ट इस तरह के निपटान की कोशिश करना जारी रखेगा. बार काउंसिल द्वारा आयोजित एक समारोह में मौजूद वकीलों से उन्होंने इसे देश के हर जिले और क्षेत्र में अवगत कराने की अपील की. सीजेआई ललित ने यह भी कहा कि वो उम्मीदों पर खरा उतरने और वकीलों के सामने खड़े होने के योग्य होने की पूरी कोशिश करेंगे.
बार काउंसिल ने आयोजित किया सम्मान समारोह
CJI ललित ने कहा कि अदालत उनके द्वारा कार्यभार संभालने से पहले के समय की तुलना में मामलों को ज़्यादा सूचीबद्ध कर रही है, जो कि संख्या में बहुत अधिक है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने शुक्रवार शाम को भारत के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित के सम्मान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया था. जस्टिस उदय उमेश ललित ने शनिवार को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में न्यायमूर्ति ललित को भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाई थी.
74 दिनों का कार्यकाल
उन्होंने जस्टिस एनवी रमना की जगह ली है, जो 26 अगस्त को रिटायर हुए थे. जस्टिस रमना ने परंपरा और वरिष्ठता के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए जस्टिस ललित को उनके उत्तराधिकारी के रूप में सिफारिश की थी. राष्ट्रपति ने बाद में जस्टिस ललित की नए सीजेआई के रूप में नियुक्ति की पुष्टि की, जिन्होंने 74 दिनों की अवधि के लिए पद ग्रहण किया है. उनका कार्यकाल 8 नवंबर तक पूरा होगा. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने से पहले जस्टिस ललित एक प्रसिद्ध वरिष्ठ वकील थे. उन्हें 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.