छत्तीसगढ़

11 लाख रोहिंग्या बांग्लादेश पर बड़ा बोझ, भारत बड़ा देश वो संभाले, शेख हसीना की दो टूक

नईदिल्ली I बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना शेख ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है कि, रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश के लिए भी एक ‘बड़ा बोझ’ बन गए हैं. अपने भारत दौरे से पहले हसीना ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में अहम भूमिका निभा सकते हैं. दरअसल हसीना शेख सोमवार से 4 दिवसीय भारत दौरे पर आ रही हैं. वह इस दौरान कई जगहों पर अलग-अलग कार्यक्रमों मे हिस्सा लेंगी. हसीना के इस दौरे से ठीक पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने भारत दौरे के महत्वपूर्ण उद्देश्यों को साझा किया है.

हसीना ने इंटरव्यू में कहा कि रोहिंग्या मुस्लिमों के मामले के निपटारे के लिए वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बातचीत करेंगी. उनका मानना है कि लाखों रोहिंग्या मुस्लिम उनके प्रशासन में बड़ी समस्या बने हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं कि हमारे लिए यह बड़ा बोझ है. भारत एक बड़ा देश है और वह इन्हें समायोजित कर सकता है. लेकिन हमारे देश में करीब 11 लाख रोहिंग्या मुस्लिम हैं. हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अपने पड़ोसी देशों से बात कर रहे हैं ताकि वह कुछ अहम कदम उठाएं और रोहिंग्या को उनके देश वापस भेजा जा सके.’

आखिर कब तक रुकेंगे रोहिंग्या

हसीना ने रोहिंग्या के बारे में बताया कि मानवता के नाते वह उन्हें आश्रय दिए हैं और उनकी जरुरतों को पूरी कर रही हैं. लेकिन आखिर कबतक उन्हें यह करना पड़ेगा? उन्होंने कहा, ‘हमने मानवता के आधार पर सभी रोहिंग्या मुस्लिमों को कोविड से बचाने के लिए वैक्सीन भी लगवाएं हैं. हमने उन्हें शेल्टर दिए. लेकिन आखिर कब तक वह यहां रुकेंगे? इनमें से कुछ लोग ड्रग्स, हथियार और महिलाओं की तस्करी में भी शामिल हैं. और यह दिनोंदिन बढ़ रहा है. इसलिए वह जितने जल्दी अपने घर लौटेंगे हमारे देश के लिए उतना ही अच्छा होगा. इस मसले पर हम अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं जैसे ASEAN और UNO सहित अन्य देशों से भी बात कर रहे हैं.’

भारत निभा सकता है अहम रोल

हसीना ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम जब मुसीबत में थे तो उस वक्त उन्होंने उनकी मदद की. लेकिन अब उन्हें अपने देश वापस चले जाना चाहिए. उनका मानना है कि, ‘मुझे लगता है कि भारत एक पड़ोसी देश होने के नाते इस मामले में एक अहम रोल निभा सकता है.’