छत्तीसगढ़

बिलासपुर: इंजेक्शन लगाते ही बिगड़ी युवक की तबीयत, गंभीर हालत में अस्पताल में कराया भर्ती; झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद हुआ इंफेक्शन

बिलासपुर। बिलासपुर जिले में सर्दी-बुखार से परेशान युवक को इंजेक्शन लगाते ही उसकी तबीयत और बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उसे सर्दी-जुकाम था। जिस पर वह गांव के बंगाली डॉक्टर से उपचार कराया। डॉक्टर की दवाइयां और इंजेक्शन लेने के दूसरे ही दिन उसकी हालत बिगड़ने लगी। इंजेक्शन लगाने के बाद उसे इंफेक्शन हो गया और स्थिति गंभीर हो गई। परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए शिकायत की है। मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार मस्तूरी के 40 वर्षीय युवक हेतराम पटेल वेद परसदा में रहता है और रोजी-मजदूरी करता है। बीते 31 अगस्त को उसे सर्दी-बुखार आ गया, जिस पर वह गांव के ही झोलाछाप (बंगाली) डॉक्टर निखिल विश्वास के पास इलाज कराने के लिए पहुंचा। उसकी जांच करने के बाद डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया और दवाइयां भी दी।

दूसरे ही दिन बिगड़ी तबीयत, इंजेक्शन से हुआ इंफेक्शन
इंजेक्शन लगवाने के बाद हेतराम अपने घर चला गया। इसके बाद उसने दवाइयां भी ली। लेकिन, दूसरे ही दिन उसकी तबीयत और बिगड़ गई। उसके कमर में सूजन हो गया और इंजेक्शन लगाए गए जगह में काला पड़ गया। उसकी हालत बिगड़ने से घबराए परिजन उसे मस्तूरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां से उसे CIMS रेफर कर दिया गया। उसकी हालत और गंभीर होने लगी और बताया गया कि इंजेक्शन का इंफेक्शन होने के चलते उसकी ये हालत हुई है। इधर, झोलाछाप डॉक्टर निखिल बंगाली को जब युवक की तबीयत बिगड़ने का पता चला, तब वह मरीज युवक को निजी अस्पताल में रेफर करा लिया।

अभी भी हालत है गंभीर
अस्पताल में भर्ती मरीज की तबीयत गंभीर है। बताया जा रहा है कि उसका ऑपरेशन किया गया है। फिर भी डॉक्टरों ने उसकी जान को खतरा बताया है। परिजनों के अनुसार युवक की स्थिति 90 फीसदी खराब है और डॉक्टरों ने 10 फीसदी ही बचने की उम्मीद जताई है।

BMO बोले- शिकायत मिली है, जांच के बाद होगी कार्रवाई
मस्तूरी BMO नंदराज कंवर ने कहा कि, झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से मरीज की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिली है। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ थाने में भी केस दर्ज कराया है। TI से बात हुई है, पुलिस जांच कर रही है। इसकी जानकारी SDM और विभाग के अफसरों को भी दी गई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।