छत्तीसगढ़

राजनाथ सिंह को मंगोलिया से तोहफे में मिला घोड़ा, रक्षा मंत्री ने रख दिया तेजस नाम

नईदिल्ली I मंगोलिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को देश के राष्ट्रपति ने बुधवार को एक घोड़ा उपहार स्वरूप दिया. सात वर्ष पूर्व मंगोलिया की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ऐसा ही तोहफा मिला था. सिंह ने सफेद घोड़े की तस्वीर के साथ बुधवार को ट्वीट किया, ‘मंगोलिया में मेरे खास दोस्तों की ओर से दिया गया विशेष उपहार. मैंने इस सुंदर घोड़े का नाम तेजस रखा है। राष्ट्रपति खुरेलसुख को धन्यवाद. मंगोलिया को धन्यवाद.’

सिंह ने मंगलवार को मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागिन खुरेलसुख से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. उन्होंने ट्वीट किया कि उलानबटोर में मंगोलिया के राष्ट्रपति यू. खुरेलसुख से अच्छी मुलाकात हुई. मैं उनसे पिछली बार 2018 में मिला था जब वह देश के प्रधानमंत्री थे. हम मंगोलिया के साथ बहुआयामी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 में मंगोलिया की यात्रा पर गए थे तब उनके समकक्ष सी. साईखानबिलेग ने उन्हें एक भूरा घोड़ा भेंट किया था.

रक्षा मंत्री ने मंगोलिया के शीर्ष नेतृत्व से की मुलाकात

मंगोलिया की यात्रा करने वाले भारत के पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां इस देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की. इस दौरान आपसी विश्वास, साझा हितों, लोकतंत्र के साझा मूल्यों एवं कानून के शासन पर आधारित द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को पूर्णतय: लागू करने का निर्णय लिया. सिंह ने उलानबटोर स्थित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में भारत की सहायता से निर्मित साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन भी किया और भारत की मदद से बनने वाले भारत-मंगोलिया मैत्री स्कूल की आधारशिला रखी.

मंगोलिया तथा जापान की पांच दिवसीय यात्रा

सिंह ने मंगोलिया के राष्ट्रपति यू. खुरेलसुख, रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल सैखानबयार गुर्सेद और स्टेट ग्रेट खुराल (संसद) के अध्यक्ष जी. जानदनशतार से मुलाकात की. राजनाथ सोमवार से मंगोलिया तथा जापान की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. इस यात्रा का मकसद क्षेत्रीय सुरक्षा के हालात और वैश्विक भू-राजनीति में उथलपुथल के बीच दोनों देशों के साथ भारत के रणनीतिक एवं रक्षा संबंधों का विस्तार करना है. सिंह पांच से सात सितंबर तक मंगोलिया में रहेंगे। यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा इस पूर्वी एशियाई देश की पहली यात्रा है.