नईदिल्ली I पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल उनकी सरकार की उपलब्धियों की उपेक्षा करते हुए केवल राज्य की ‘‘नकारात्मक छवि बनाने’’ की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया का एक वर्ग चुनिंदा सूचनाएं देकर इनका प्रचार करता है.
सीएम ममता बनर्जी ने ‘उत्कर्ष बांग्ला’ योजना के लाभार्थियों को नियुक्ति पत्र के वितरण कार्यक्रम के दौरान कहा कि आलोचक उनकी सरकार द्वारा कौशल विकास और एमएसएमई क्षेत्र (MSME) में किए गए कदमों की उपेक्षा करते हैं, जो एक करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है. इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान करना है और उन्हें उद्योग के लिए तैयार करना है.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘2020-21 में कोविड-19 महामारी के दौरान देश में रोजगार दर में 45 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन बंगाल उस समय 40 प्रतिशत अधिक रोजगार पैदा करने में सक्षम था.’’ उन्होंने परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम आम आदमी को चोट पहुंचाने वाले व्यवधानों की अनुमति नहीं देते हैं. एक पार्टी जो दिल्ली (केंद्र) से शासन करती है वह केवल व्यवधान चाहती है. इनमें से कुछ दल कभी भी बंगाल की उपलब्धियों को प्रदर्शित नहीं करते हैं. मीडिया का एक वर्ग भी ऐसा ही करता है. इस तरह का रवैया निवेशकों और उद्यमियों की मदद करने के तरीकों के बारे में आवश्यक जानकारी के प्रसार को रोकता है.
वाम दल ने बंगाल को किया बर्बाद
सीएम ममता बनर्जी ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए पूर्ववर्ती वाम मोर्चा शासन के खिलाफ भी तीखा हमला किया जिस पर उन्होंने बंगाल में औद्योगिक वातावरण को ‘‘अपने शासन के 34 वर्षों के दौरान अराजक राजनीति’’ के साथ बर्बाद करने का आरोप लगाया. पश्चिम बंगाल में सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के विकास के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में राज्य में 90 लाख उद्यम चालू हैं, जिसमें 1.36 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है.’’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए पांच लाख स्कूल पोशाक तैयार किए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसने महामारी के बीच नए आयाम लिए हैं. ऑनलाइन-आधारित ‘होम डिलीवरी’ सेवाएं कई युवाओं को रोजगार दे रही हैं. हमें उन्हें प्रशिक्षण देना होगा और पश्चिम बंगाल को इस क्षेत्र में अग्रणी बनाना होगा.’’
बंगाल को बनाएंगे नंबर-1
सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल को ‘नंबर एक’ घरेलू यात्रा गंतव्य बनाने के उपाय करने का भी आह्वान किया, जिसमें सुझाव दिया गया कि पर्यटकों की रुचि के स्थानों में अधिक ‘होम स्टे’ बनाए जाएं. उन्होंने कहा ‘‘अगर कोई टीवी सेट काम नहीं कर रहा है, तो हमारे प्रशिक्षण संस्थानों में टीवी मरम्मत में प्रशिक्षित लोगों को व्यवसाय में शामिल मैकेनिक के अलावा काम पर रखा जा सकता है. इस तरह, आम लोगों के लिए विकल्प बढ़ते हैं. हमारी ‘उत्कर्ष बांग्ला’ योजना का उद्देश्य ऐसा करना है.’’
दुर्गा पूजा को लेकर क्या कहा?
राज्य के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के बारे में ममता बनर्जी ने कहा कि त्योहार के दौरान 40,000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, जो सजावट करने वालों, इलेक्ट्रीशियन, रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं और कारीगरों के अलावा अन्य लोगों के लिए आय का स्रोत बनाता है. उन्होंने आशा जताई कि बंगाल की दुर्गा पूजा के लिए यूनेस्को का ‘अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ सम्मान सबसे बड़े त्योहार के दौरान आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देगा. बनर्जी ने अपनी सरकार को ‘‘उद्योगों के अनुकूल’’ बताते हुए कहा, ‘‘हम सभी उद्योगों से बंगाल में आने और निवेश करने का अनुरोध करते हैं. हम रोजगार पैदा करने में विश्वास करते हैं.’’
सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि उनकी सरकार ने एक व्हाट्सएप नंबर शुरू किया है, जहां निवेशक निवेश के दौरान अपने सामने आने वाली किसी भी समस्या के बारे में सूचित कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में 200 से अधिक औद्योगिक पार्क होंगे, जिनमें से कुछ स्थापित हो चुके हैं, जबकि 2,800 कंपनियां आईटी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं.’’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘कुछ लोग परियोजनाओं को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि बंगाल समृद्ध हो. हम चाहते हैं कि विकास जमीन मालिकों, किसानों के हितों की रक्षा करे. हमने हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है, लेकिन हम यह भी चाहते हैं कि उद्योग बढ़ें.’’ आगे उन्होंने कहा कि सोमवार के कार्यक्रम में कम से कम 11,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले. उन्होंने कहा कि अन्य 30,000 को तीन अन्य कार्यक्रमों में पत्र मिलेंगे जो दुर्गा पूजा से पहले आयोजित किये जाएंगे.