छत्तीसगढ़

बड़ी खबरः धोनी को पाकिस्तान पर पहली जीत दिलाने वाले खिलाड़ी ने छोड़ा क्रिकेट

नईदिल्ली I टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के ऐलान के बाद से ही चर्चा कई खिलाड़ियों के चयन को लेकर हो रही है. इन चर्चाओं के बीच भारत को पहली बार टी20 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने संन्यास का ऐलान कर दिया है. उथप्पा ने बुधवार 14 सितंबर को एक बयान जारी कर भारतीय क्रिकेट के सभी स्वरूपों से संन्यास ले लिया है. उथप्पा ने 2006 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वनडे फॉर्मेट में डेब्यू किया था.

उथप्पा ने ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान किया और लिखा, “अपने देश और अपने राज्य कर्नाटक का प्रतिनिध्त्व करना मेरे लिए सबसे ज्यादा सम्मान की बात रही. हालांकि, हर अच्छी चीज का अंत होता है और दिल में पूरे आभार के साथ, मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का फैसला किया है.”

शानदार अंदाज डेब्यू

उथप्पा ने 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ इंदौर में वनडे सीरीज के जरिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था. ओपनिंग में उतरते हुए उथप्पा ने दमदार बल्लेबाजी की और 96 गेंदों में 86 रन बनाकर आउट हुए थे. उस वक्त ODI में भारत की ओर से डेब्यू मैच में ये सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड था. उथप्पा की इस पारी की मदद से भारत ने उस मैच में इंग्लैंड को 7 विकेट से हराया था.

2004 के अंडर-19 विश्व कप में सबसे शिखर धवन के साथ सफल ओपनिंग जोड़ी बनाकर चर्चा में आए विकेटकीपर बल्लेबाज उथप्पा अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के कारण जाने जाते थे. इसने ही उन्हें टीम इंडिया में जगह भी दिलाई थी. उथप्पा ने भारत के लिए 46 वनडे मैचों में 934 रन बनाए, जबकि 13 टी20 मैचों में 249 रन बनाए थे. उथप्पा ने भारत के लिए 2015 में वनडे और टी20 में आखिरी बार नीली जर्सी पहनी थी.

पाकिस्तान को हराने में बड़ी भूमिका

उथप्पा के करियर का सबसे बड़ा पल 2007 का टी20 विश्व कप था. उस पहले विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मुकाबले में उथप्पा ने टीम इंडिया की बेहद खराब शुरुआत के बाद एक जुझारू पारी खेलते हुए 39 गेंदों में 50 रन जड़े थे. इसके दम पर भारत ने 141 रन बनाए थे. ये मुकाबला टाई रहा था, जिसके बाद टाई-ब्रेकर के रूप में ‘बॉल आउट’ से फैसला हुआ था.

भारत की ओर से तीन खिलाड़ियों ने सफलतापूर्वक गेंद को विकेट पर मारा था. इनमें से एक उथप्पा भी थे. संयोग ही है कि उथप्पा ने इस जीत की 15वीं बरसी के दिन ही संन्यास लिया.

IPL में शानदार रहा करियर

अपने इस फैसले के बाद उथप्पा अब आईपीएल में भी नहीं खेल पाएंगे. उथप्पा आईपीएल में दो बार चैंपियन टीमों का हिस्सा रहे थे और जीत में अहम भूमिका निभाई थी. 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने जब खिताब जीता था, तो उथप्पा ने उस सीजन में सबसे ज्यादा रन (660) बनाते हुए ऑरेंज कैप जीती थी. फिर 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स को चौथी बार चैंपियन बनाने में भी उथप्पा ने अपना कमाल दिखाया था. उथप्पा ने पहले क्वालिफायर में ताबड़तोड़ 63 रन कूटे थे और फिर फाइनल में सिर्फ 15 गेंदों में 31 रन उड़ा दिए. उथप्पा ने आईपीएल के सभी 15 सीजनों में हिस्सा लिया और 6 टीमों की ओर से खेलते हुए कुल 205 मैचों में 4952 रन बनाए.