छत्तीसगढ़

रविशंकर प्रसाद का नीतीश पर तंज, कहा- सुशासन बाबू का तमगा छोड़ दें; बोले- बिहार और बंगाल में कानून व्यवस्था खत्म

नई दिल्ली। बिहार के बेगूसराय की चौंकाने वाली आपराधिक घटना और बंगाल में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कार्रवाई पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह खुलेआम गोलीबारी में एक व्यक्ति की जान गई है और कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनके मंत्री स्वीकार कर रहे हैं कि वह चोरों के सरदार हैं, उसके बाद तो उन्हें सुशासन बाबू का तमगा छोड़ ही देना चाहिए।

बिहार में जदयू और राजद गठबंधन की सरकार बनने के तत्काल बाद से भाजपा जंगलराज की वापसी का नारा बुलंद कर रही है। ऐसे में बेगूसराय की अंधाधुंध गोलीबारी की घटना ने पार्टी को बल दे दिया। रविशंकर ने कहा-‘जिस तरह अपराधी हथियार लेकर घंटों घूम रहे हैं और लोगों पर गोलीबारी कर रहे हैं उससे बिहार में भय व्याप्त है। लोग परेशान हैं और आंकड़े जुटाकर देख लीजिए तो निवेशक भी अपना व्यापार समेटने की कोशिश में जुट गए हैं।’ उन्होंने सीधे नीतीश को संबोधित करते हुए कहा- ‘नए दोस्तों की संगत में आपको क्या हो गया है नीतीश जी।’

रविशंकर ने कहा कि जब नीतीश जी को भाजपा की किसी गतिविधि से आपत्ति होती थी तो वह दिल्ली में होने वाली महत्वपूर्ण बैठकों से भी गैरहाजिर हो जाते थे लेकिन अब वह कुछ करने की स्थिति में नहीं हैं। रविशंकर ने आरोप लगाया कि राजद का आधार माफिया, भ्रष्ट लोगों का है। ऐसे में यह सरकार चल नहीं सकती है। वहीं ममता राज पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वह वामदलों से भी ज्यादा क्रूर हैं।

रविशंकर ने ममता से कहा कि वह याद रखें कि आपातकाल के वक्त इंदिरा गांधी ने विपक्षी दलों को जिस तरह कुचला था उसका परिणाम क्या हुआ था। उन्होंने कहा कि पार्टी की अंदरूनी खींचतान से परेशान हैं और इसीलिए विपक्षी दलों पर पुलिसिया कार्रवाई चल रही हैं।

मंगलवार को भाजपा ने कोलकाता में विरोध मार्च निकाला था जिस पर पुलिस कार्रवाई में सैंकड़ों कार्यकर्ता घायल हुए थे। रविशंकर ने कहा कि ममता दिल्ली में होती हैं तो लोकतंत्र बचाने की बात करती हैं, लेकिन प्रदेश में लोकतंत्र को कुचलने के प्रयास में वाम शासन को भी पार कर जाती हैं। विपक्ष के वास्तविक अधिकार को भी कुचला जाता है। राज्य में हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त है, पार्टी के अंदर खींचतान है और इस सबसे ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।