नई दिल्ली | कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया अगले सप्ताह अधिसूचना जारी हो जाएगी। वहीं पार्टी के शीर्ष पद के लिए नामांकन करने वाले उम्मीदवारों को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
जी-23 समूह शशि थरूर को उतारने की तैयारी में
सूत्रों का कहना है कि जी-23 समूह उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। फिलहाल, तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर उनकी शीर्ष पसंद हैं। गांधी परिवार के वफादारों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं।
अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अनुसूचित जाति से सामने आए दो नाम
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इंकार करने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अध्यक्ष बनने के सबसे प्रबल दावेदार हैं। गांधी परिवार के करीबी होने के अलावा गहलोत को कांग्रेस में लगभग सभी वर्गों के नेताओं का भी समर्थन है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए अनिच्छुक हैं। ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक या राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को मैदान में उतारा जा सकता है। दोनों नेता अनुसूचित जाति समुदाय से हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन 24 से 30 सितंबर के बीच दाखिल किए जा सकते हैं और चुनाव 17 अक्टूबर को होना है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं और भारत जोड़ी यात्रा में व्यस्त हैं।
मतदाता सूची को लेकर जारी है रस्साकशी
वहीं दूसरी ओर G- 23 समूह मतदाता सूची के प्रकाशन के लिए जोर दे रहा है और अब पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कहा है कि जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, उनको मतदाता सूची 20 सितंबर से उपलब्ध होगी, जबकि राज्य पीसीसी के पास प्रतिनिधियों की सूची भी होगी। पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने सभी 9,000 से अधिक प्रदेश-एआइसीसी प्रतिनिधियों को क्यूआर कोड आधारित फोटो पहचान पत्र जारी करने का फैसला किया है। ये सभी प्रतिनिधि ही कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में निर्वाचक मंडल के सदस्य हैं।
सोनिया गांधी की पसंद हैं अशोक गहलोत
सोनिया गांधी की पसंद के रूप में अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहे था। जबकि कुछ लोग राहुल गांधी की वापसी चाहते हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी में अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार चुनाव 2000 में हुआ था जब जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी को चुनौती दी थी, लेकिन वे हार गए थे।