नईदिल्ली I चीन ने संयुक्त राष्ट्र में, लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के अमेरिका के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है. इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था. मीर भारत के सबसे ज्यादा वांछित आतंकवादियों में से एक है और 2008 मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता भी है. खबर है कि बीजिंग ने बृहस्पतिवार को अमेरिका की ओर से लाए उस प्रस्ताव पर रोक लगा दी जिसके तहत मीर को संरा सुरक्षा परिषद की 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति के अंतर्गत वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना था और उसे काली सूची में डाला जाना था.
भारत द्वारा समर्थित इस प्रस्ताव के तहत मीर की सम्पत्तियां जब्त कर ली जाती और उस पर यात्रा प्रतिबंध लग जाते. मुंबई 26/11 आतंकी हमले में भूमिका के लिए मीर पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित है. अमेरिका के इस में मीर को संपत्ति फ्रीज करने, यात्रा प्रतिबंध और हथियारों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया गया था. अमेरिका ने मीर के सिर पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएएफटी) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान ने जून में साजिद मीर को टेरर फंडिंग के एक मामले में 15 साल जेल की सजा सुनाई थी. हालांकि, पाकिस्तान ने अभी तक उन पर मुंबई आतंकी हमलों में शामिल होने के लिए मामला दर्ज नहीं किया है.
चीन इस साल पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को ब्लैकलिस्ट करने के सभी प्रस्तावों पर रोक लगाता रहा है. पिछले महीने, जैश-ए मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर के भाई और पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के एक वरिष्ठ नेता अब्दुल रऊफ अजहर को ब्लैकलिस्ट करने के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी गई थी. इस साल जून में, 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति में अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ एक और अमेरिका, भारत समर्थित संयुक्त प्रस्ताव को चीन ने रोक दिया था.