नई दिल्ली। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) पुलिस ने मुंबई में 72 साल की फर्जी वकील को गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान मोर्दकै रेबेका जौब उर्फ मंदाकिनी काशीनाथ सोहिनी के रूप की है। पुलिस ने बताया कि महिला 2008 से बिना डिग्री और लाइसेंस के 14 साल से प्रैक्टिस कर रही थी।सोहिनी के खिलाफ इस वर्ष 9 जून को बीकेसी पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी, जालसाजी और प्रतिरूपण के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी और उसे पेशी के लिए बुलाया था, लेकिन वह पुलिस के सामने पेश नहीं हुई।
बीते शनिवार को जब सोहिनी ने थाने जाकर आधार कार्ड और वकालतनामा के साथ अपनी डिग्री जमा की तो अधिकारियों ने इसकी विश्वसनीयता की जांच की। बीकेसी पुलिस ने बताया, ‘जांच में उसके दस्तावेज और कानून का अभ्यास करने का लाइसेंस फर्जी निकले। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने धोखाधड़ी के बारे में सूचित करने के लिए महाराष्ट्र और गोवा की बार काउंसिल से संपर्क किया है। बीकेसी पुलिस ने सोहिनी को गिरफ्तार कर रविवार को बांद्रा हॉलिडे कोर्ट में पेश किया।
बता दें कि सोहिनी के खिलाफ शिकायत एक वकील अकबर अली मोहम्मद खान (44) ने दर्ज कराई थी, जो बोरीवली में रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि सोहिनी वकील नहीं थीं और दशकों से परिवार और मुंबई की अन्य अदालतों में प्रैक्टिस कर रही थीं। खान ने कहा, ‘आरोपी महिला ने 1977 में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में द्वितीय वर्ष की पढ़ाई की। उसके पास वैध डिग्री नहीं है, वह परिवार और सत्र अदालत सहित मुंबई की विभिन्न अदालतों में प्रैक्टिस कर रही थी। एक साल पहले मुझे उसकी फर्जी पहचान के बारे में पता चला। तब से, मैं उसका पीछा कर रहा था।’