भिलाई I भिलाई स्टील प्लांट के अंदर ठेका मजदूर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सुबह 9 बजे वहां के कर्मचारियों ने कोक ओवन की बैटरी नंबर-8 में ठेका मजदूर की फंदे में लटकती लाश देखी। इसके बाद में वहां सीआईएसएफ की टीम पहुंची और भट्ठी पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और उसके बाद उसे पीएम के लिए भेज दिया गया है।
भट्ठी टीआई केके कुशवाहा ने बताया कि जोरातराई निवासी 37 वर्षीय मोहन लाल देवांगन बीएसपी में विनय इंडिया कंपनी के अधीन ठेका कर्मी था। वह रोज की तरह शुक्रवार को भी जनरल शिफ्ट में काम करने के लिए प्लांट पहुंचा था। प्लांट के अंदर जाने के बाद वह अपने कार्य स्थल न जाकर खंडहर हो चुके कोक ओवन बैटरी की तरफ चला गया। वहां उसने गमझे के सहारे फांसी लगा ली। जब सुबह 9 बजे वहां एक मजदूर कपड़ा बदलने के लिए गया तो वह लाश देख घबरा गया। उसने तुरंत इसकी सूचना अपने अधिकारी को दी।
एक घंटे बाद पहुंची पुलिस, लटकती रही लाश
बताया जा रहा है कि भट्ठी पुलिस को घटना की जानकारी सुबह 9 बजे ही दे दी गई थी। इसके बाद भी पुलिस वहां 1 घंटे बाद पहुंची। तब तक शव उसी तरह फंदे में लटकता रहा। जबकि वहां से भट्ठी थाना दो से ढाई किलोमीटर ही दूर है। सिपाही को 10-15 मिनट में वहां पहुंच जाना था। पुलिस की लेटलतीफी को लेकर ट्रेड यूनियन के नेताओं ने रोष जताया है। उनका कहना है कि फंदा लगने की जानकारी के बाद उसे तत्काल मेन मेडिकल पोस्ट ले जाना था। पुलिस की लेट लतीफी की वजह से ऐसा नहीं किया गया।
घटना स्थल को किया गया सील
सूचना मिलते ही सीआईएसएफ की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद उनके द्वारा पूरे घटना स्थल को सील कर दिया गया। इसके बाद मृतक के परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया। खुदकुशी का कारण पता नहीं चल पाया है। पुलिस परिजनों और साथ काम करने वालों से पूछताछ करेगी। उसके बाद ही खुदकुशी का कारण पता चल पाएगा।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
बीएसपी के अंदर खुदकुशी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां खुदकुशी के कई मामले सामने आ चुके हैं। बीएसपी के इस्पात भवन में कुछ महीने पहले ही एक कर्मचारी ने वहां की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली थी।