छत्तीसगढ़

अगस्त में ही की थी सोनिया गांधी से इस्तीफे की पेशकश, अशोक गहलोत का बड़ा खुलासा

नईदिल्ली I मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा खुलासा किया है और कहा है कि मैंने तो अगस्त में ही सोनिया गांधी से अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. उन्होंने कहा कि राजस्थान से मेरा अटूट प्रेम है और हमेशा रहेगा. दिल्ली जाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि मुझे कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है, अब नई पीढ़ी को भी मौका मिलना चाहिए. उनके इस बयान से जाहिर है कि वो आज विधायक दल की बैठक में अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. राजस्थान का नया सीएम कौन होगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका फैसला तो विधायक दल की बैठक के बाद ही होगा.

गहलोत बोले-मैं कहीं भी रहूं, कोई फर्क नहीं पड़ता

अशोक गहलोत ने कहा कि मेरे लिए कोई पद मायने नहीं रखता है. मेरी इच्छा है कि मैं राजस्थान में रहूं. सोनिया जी ने मेरे बारे में कहा कि मैं न्यूट्रल हूं. जो भी पार्टी का अध्यक्ष बनता है तो उसकी प्राथमिकता होती है- सबको साथ लेकर चलना. गहलोत ने कहा मैं कहां जा रहा हूं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं किस पद पर रहूंगा, ये तो समय बताएगा. मैं चाहता हूं कि राजस्थान में भी अच्छा माहौल बना रहे. मेरी ड्यूटी बनती है कि मैं राजस्थान के लोगों के हर सुख-दुख में साथ रहूं.

उन्होंने कहा कि आज राजस्थान में विधायकों की अहम बैठक होगी. ये हमारी परंपरा रही है कि यहां एक लाइन में प्रस्ताव पारित होता है. आज भी हम सब मिलकर बात करेंगे, आज भी विश्वास की झलक ही मिलेगी. राज्य का अगला मुख्यमंत्री जो भी बने, उसको बता दूंगा कि छात्र और युवाओं के लिए अलग बजट हो. मैं नहीं रहूंगा कि तो भी सरकारें चलेंगी.

मीडिया पर भड़के गहलोत

अशोक गहलोत ने कहा- दिल्ली की मीडिया को कोई जानकारी नहीं रहती है. मीड़िया में लोग मेहनत तो करते नहीं है लेकिन जमीनी बात नहीं करते, तथ्यों की बात नहीं करते हैं. दिल्ली की मीडिया किंग मेकर की भूमिका में आ जाती है. मीडिया को चौथा स्तंभ कहा गया है, जो कि आज देश को कमजोर कर रहा है. हमारे प्रधानमंत्री देशवासियों को आह्वान करें कि देश में शांति का माहौल रहे. आज सारी न्यायपालिका दवाब में है ईडी और सीबीआई का गलत इस्तेमाल हो रहा है.

गहलोत की बड़ी बात-मैं सीएम रहूं या अध्यक्ष रहूं..

गहलोत ने कहा कि मैं सीएम रहूं या अध्यक्ष रहूं, मेरा संदेश मोहब्बत का रहेगा. मेरी इच्छा है कि मैं युवा और छात्रों के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करूं. कहीं भी तनाव और हिंसा किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए. हमारे नेताओं इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने देश के लिए जान दे दी, लेकिन देश को एक रखने का काम किया. मैं 40 साल तक प्रमुख पदों पर रहा, मैं माहौल बनाये रखने के लिए सेवा करने का कोई मौका नहीं छोड़ूंगा. मैं अंतिम सांस तक राजस्थान की सेवा करूंगा.

अशोक गहलोत ने रविवार को जैसलमेर जाकर तनोट माता के दर्शन किए और देश में शांति व अमन की कामना की. पूजा अर्चना के बाद गहलोत ने कहा कि धरती पर मानव मात्र सबका कल्याण हो, ये मेरी प्रार्थना रहती है, क्योंकि मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं तो कामना करता हूं कि मेरे प्रदेशवासियों के चेहरे पर हमेशा खुशी दिखे.

आज राजस्थान में विधायक दल की बैठक

कांग्रेस ने राजस्थान में आज शाम सात बजे अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें प्रदेश के तमाम मंत्री और कांग्रेस के विधायक शामिल होंगे. इस बैठक में राज्य के नए मुख्यमंत्री के चुनाव का ऐलान हो सकता है. उम्मीद है कि आज सीएम अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. दरअसल इसी शनिवार से कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. इस चुनाव में अपनी दावेदारी पक्की करने के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले सीएम गहलोत अपने पद से इस्तीफा देंगे.