छत्तीसगढ़

गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर! इन तीन नेताओं के नामों की चर्चा तेज

नईदिल्ली I राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर कर दिया गया है.मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजयसिंह अध्यक्ष पद की रेस में शामिल हो गए हैं. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. इससे पहले CWC ने सोनिया गांधी से गहलोत को अध्यक्ष पद की रेस से बाहर करने की सिफारिश की थी.

राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों ने सोनिया गांधी से कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनने की दौड़ से बाहर हो जाना चाहिए. सूत्रों के मुताबिक CWC के कुछ सदस्य राजस्थान में चल रहे सियासी ड्रामे की वजह से अशोक गहलोत से नाराज हैं.दरअसल मुख्यमंत्री के लिए वफादार विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस सरकार को संकट में डाल दिया है.

CWC ने की गहलोत की शिकायत

खबर के मुताबिक नाराज सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने गहलोत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.जानकारी के मुताबिक उन्होंने सोनिया गांधी से कहा कि, “उन पर विश्वास करना और उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी देना अच्छा नहीं होगा. CWC सदस्यों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व को गहलोत को देने उम्मीदवारी पर पुनर्विचार करना चाहिए”.

‘गहलोत को उम्मीदवारी देने पर करें पुनर्विचार’

बता दें कि सोनिया गांधी ने पिछले हफ्ते गहलोत और शशि थरूर दोनों से कथित तौर पर कहा था कि कोई भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकता है.जिसके बाद गलहोत का नाम अध्यक्ष पद की रेस में आगे चल रहा है. लेकिन गहलोत गुट के 90 से अधिक विधायकों ने राजस्थान में मोर्चा खोल दिया.रविवार रात से ही सियासी ड्रामा जारी है.विधायकों का कहना है कि वह इस्तीफा दे देंगे, जिससे कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी.

सचिन पायलट को CM पद देने का विरोध

गहलोत गुट के विधायकों का कहना है कि उनको अगर अपनी पसंद का सीएम चुनने की अनुमति नहीं दी गई तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे. जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंप दिया.बता दें कि ये सभी विधायक सचिन पायलट को सीएम पद देने का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि दो साल पहले गहलोत के खिलाफ विद्रोह करने वाले पायलट उनको सीएम के रूप में मंजूर नहीं हैं.