छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : सीबीएसई; अगले शिक्षा सत्र की परीक्षाओं के सैंपल पेपर जारी, अगले साल 14 फीसदी की जगह 22 से 25% वस्तुनिष्ठ सवाल पूछे जाएंगे

रायपुर I केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) ने अगले शिक्षा सत्र में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के सैंपल पेपर जारी कर दिए हैं। 2023 की बोर्ड परीक्षा में वस्तुनिष्ठ सवालों की संख्या 22 से 25 फीसदी रहेगा। कोविड से पहले मात्र 14 से 15% सवाल ही रहते थे। इस पैटर्न से प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों को फायदा मिलेगा। सीबीएसई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि 2023 में एक बार ही बोर्ड परीक्षाएं ली जाएंगी। इससे पहले कोविड को देखते हुए साल 2022 के परीक्षा दो चरणों में हुई थी।

दरअसल, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत स्कूल शिक्षा को कॉम्पिटेंसी बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में टीचिंग-लर्निंग के साथ ही परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया में भी परिवर्तन किए जा रहे हैं। साल 2023 की परीक्षाओं में प्रतियोगी और अभ्यास आधारित प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में विषयों को रटने की प्रवृत्ति को समाप्त करना है। इस कारण से यह बदलाव किए जा रहे हैं।

शिक्षा सत्र 2021-22 में दो चरणों में हुई थी परीक्षा, निबंधात्मक भी पूछे
शिक्षा सत्र 2021-22 में 10वीं और 12वीं की परीक्षा दो चरणों में हुई थी। पहले अगस्त में फर्स्ट टर्म हुआ था। इसके बाद जून में सेकंड टर्म की परीक्षा ली गई। पहले टर्म में विद्यार्थियों से वस्तुनिष्ठ और एमसीक्यू सवाल पूछे गए थे। सेकंड टर्म में छात्रों से निबंधात्मक सवाल पूछे गए। इसी आधार पर परीक्षा के बाद विद्यार्थियों के नतीजे घोषित किए गए। इसी वजह से इस बार विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश का सिलसिला अभी तक चल रहा है। 30 सितंबर तक महाविद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं अभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। नीट की काउंसिलिंग भी होने वाली है।

नीट, जेईई और जिप मेट की तैयारी करने वाले छात्रों को होगा लाभ
नए पैटर्न से प्रतियोगी परीक्षा जैसे कि मेडिकल प्रवेश के लिए होने वाली नीट, आईआईटी में प्रवेश के लिए होने वाली जेईई मेंस और एडवांस, जिपमेट, क्लैट, नाटा और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में लाभ होगा। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर होने वाली पीईटी, पीपीएचटी और पीपीटी की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। कक्षा की पढ़ाई के साथ ही साथ उनकी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां भी आसानी से हो सकेगी। पहले दोनों के लिए विद्यार्थियों को अलग-अलग तैयारी करनी पड़ती थी। फिलहाल सैंपल पेपर जारी कर दिया गया है। नए पैटर्न से लाभ होगा।