चंडीगढ़ I पंजाब पुलिस ने ड्रोन आधारित हथियार तस्करी करने वाले एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने पांच 30 बोर और पांच 9 एमएम पिस्तौलें भी बरामद की हैं, जो फॉरेन-मेड बताई जा रही है. इसके साथ ही पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है, जिनके पास से 8 स्पेयर मैगजीन भी बरामद की गई है. इनमें गोइंदवाल साहिब स्थित सब-जेल में बंद जसकरण सिंह और दूसरे की पहचान रतनबीर सिंह के रूप में हुई है जो जमानत पर बाहर है.
पंजाब सूचना विभाग द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक आरोपियों के पास से बरामद पांच 30 बोर पिस्तौलें (मेड इन चाइना) और पांच 9 एमएम पिस्तौलें (मेड इन यूएसए बेरेटा) शामिल हैं. अमृतसर के काउंटर इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के एआईजी अमरजीत सिंह ने बताया कि जसकरण सिंह को अगस्त महीने में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें एनडीपीएस एक्ट की धाराओं से संबंधित एक मामले में प्रोडक्शन वारंट के आधार पर जेल में बंद किया गया था.
पाकिस्तानी तस्करों से डील कर रहा था आरोपी
पूछताछ के दौरान, आरोपी जसकरण ने कबूल किया कि वो ड्रोन के जरिए सीमा पार से हथियार और नशीले पदार्थों का तस्करी किया करता था. आरोपी ने बताया कि वो जेल से ही पाकिस्तान स्थित तस्करों के साथ वाट्सएप पर हथियारों और गोला बारूद की डील कर रहा था. हालांकि आरोपी के पास जेल में मोबाइल फोन कैसे पहुंचा पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. एआईजी अमरजीत सिंह के मुताबिक आरोपी जसकरण ड्रोन से हथियार तस्करी के लिए आरोपी रतनबीर की मदद ले रहा था. उन्होंने बताया कि आरोपी रतनबीर ड्रोन के जरिए पहुंचाए गए सीमावर्ती इलाकों में हथियार उठाता था और उसे संबंधित ठिकाने तक पहुंचाने का काम करता था.
नाले में छुपाया था हथियार
अमरजीत सिंह बाजवा ने बताया कि जसकरण से मिली जानकारी के आधार पर काउंटर इंटेलिजेंस की टीमों ने रतनबीर को खेमकरण से गिरफ्तार किया और चार अतिरिक्त मैगजीन के साथ 9 एमएम की पांच पिस्तौलें बरामद की. आरोपी ने हथियारों को गांव के ही एक नाले में छुपाकर रखा था. आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आगे की जांच में जुटी है.