छत्तीसगढ़

जापानी फिल्म देखकर आया आदिपुरुष का आइडिया, बोले डायरेक्टर- रामायण की कहानी नहीं बदली

नईदिल्ली I फिल्म आदिपुरुष का ट्रेलर सामने आने के बाद ही ये फिल्म चर्चा में आ गई है. रामायण पर बनी इस फिल्म में सुपरस्टार प्रभास राम की भूमिका में हैं. इस फिल्म को लेकर लोगों ने कई आपत्तियां जताई हैं. मूवी में अभिनेता सैफ अली खान ‘रावण’ का किरदार निभा रहे हैं. लोगों ने फिल्म में उनके लुक को लेकर भी आपत्ति भी जताई है. लोगों का कहना है कि सैफ रावण कम और खिलजी ज्यादा लग रहे हैं.

इस तरह के और भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं. फिल्म के निर्देशक ओम राउत और लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन सवालों का जवाब दिया. ओम राउत ने इससे पहले तान्हाजी फिल्म का निर्देशन किया था. उनसे सवाल किया गया कि तान्हाजी के बाद रामायण पर फिल्म बनाने का ख्याल कैसे आया, इसपर ओम राउत ने कहा कि बहुत पहले मैंने एक जापानी अनिमेशन फिल्म देखी थी जो रामायण पर बनी थी. उसी से मुझे आदिपुरुष का आइडिया आया.

रामायण की कहानी नहीं बदली गई

उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि अगर बाहर के लोग हमारे विषय पर इतना अच्छा काम कर सकते हैं तो हमें भी कोशिश करनी चाहिए. उसके बाद इस विषय पर फिल्म बनाने की सोची थी. हमारा उद्देश्य नई पीढ़ी तक रामायण पहुंचाना है. मैंने रामायण को कई नजरिए से देखा है. आज की पीढ़ी मारवेल्स, हैरी पोटर जैसी फिल्में देखते हैं तो उन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर मूवी बनाई है. फिल्म में रामायण की कहानी नहीं बदली गई है. आधुनिक नजरिए से आदिपुरुष मूवी बनाई है. 

रावण के लुक को लेकर क्या बोले?

फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ल ने कहा कि आदिपुरुष में रामायण की कहानी जरा भी नहीं बदली गई है. जो रामायण हम सबने बचपन से पढ़ी और देखी है, वही हमने दिखाया है. नई पीढ़ी के हिसाब से मूवी बनाई है. रावण के लुक को लेकर उठ रहे सवालों पर ओम राउत ने कहा कि मेरे लिए रावण एक राक्षस, क्रूर, दुराचारी है. रामानंद सागर की रामायण में रावण को बड़ी मूंछों वाला राक्षस दिखाया गया था. अगर आज की पीढ़ी को पहले जैसा रावण दिखाएंगे तो वो उससे रिलेट नहीं कर पाएंगे. रावण एक नेगेटिव केरेक्टर था उसे वैसा ही दिखाने के लिए ऐसा लुक दिया है. 

“फिल्म देखने पर कोई आपत्ति नहीं होगी”

लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ल ने कहा कि मेरे लिए रावण केवल खलनायक है. लोग कहते हैं वो शिवभक्त था, विद्वान था. मेरे लिए वो राक्षस था जिसने हमारी माता सीता का अपहरण किया था. लोग कहते हैं कि रावण ने कैद में रखकर भी माता सीता को कभी हाथ नहीं लगाया. इसके पीछे बात ये है कि रावण को श्राप दिया गया था कि अगर उसने किसी स्त्री को उसकी इच्छा के विरुद्ध छुआ तो वो मर जाएगा. रावण में कोई अच्छाई ढूंढने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि फिल्म आदिपुरुष का केवल ट्रेलर देखने से आप पूरी फिल्म का अंदाजा नहीं लगा सकते. लोग जनवरी में जब पूरी फिल्म देखने जाएंगे तो कोई आपत्ति नहीं होगी.