बिलासपुर I छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रेल रोको आंदोलन फिलहाल स्थगित हो गया है। मंगलवार की शाम नए DRM प्रवीण पांडेय और रेल अफसरों के साथ आंदोलनकारियों की बैठक हुई, जिसमें आंदोलनकारियों ने नए DRM का स्वागत किया गया। बैठक में आंदोलनकारियों को यात्रियों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करने, ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ाने रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजन का आश्वासन दिया गया। इस आश्वासन के बाद ट्रेन रोको आंदोलन स्थगित करने का ऐलान कर दिया गया। हालांकि, नागरिक सुरक्षा मंच ने कहा है कि आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित किया गया है। यात्रियों की समस्याएं दूर नहीं हुई तो आंदोलन जारी रखा जाएगा।
रेल अफसरों ने बताया कि मंगलवार शाम नागरिक सुरक्षा मंच के सदस्यों एवं मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय के साथ ही अधिकारियों के बीच बैठक हुई, जिसमें नागरिक सुरक्षा मंच के सदस्यों की ओर से नए DRM का अभिनंदन किया गया।
इसके बाद उनकी विभिन्न मांगों पर सिलसिलेवार चर्चा की गई। इस दौरान बताया गया कि नागरिक सुरक्षा मंच ने तीन महत्वपूर्ण मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया, जिसमें रद्द ट्रेनों को बहाल करने, ट्रेनों की लेटलतीफी बंद कर समय पर परिचालन किया जाए और पूर्व की तरह छोटी स्टेशनों में भी ट्रेनों का स्टॉपेज दिया जाए। बैठक में DRM पांडेय ने बताया कि वर्तमान में सभी गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। अभी 89 गाड़ियों की सुविधा बिलासपुर स्टेशन से मिल रही है। उन्होंने बताया कि रेलवे जोन के विभिन्न मंडलों में रेल विकास का काम चल रहा है, जिसके कारण गाड़ियां देरी से चल रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि गाड़ियों कि समयबद्धता पर हम विशेष ध्यान दे रहे हैं।
ट्रेनों के स्टॉपेज शुरू करने का जोन को नहीं है अधिकार
बैठक में रेलवे के अधिकारियों ने नागरिक सुरक्षा मंच से दो टूक कहा कि बेलगहना, करगीरोड़ जैसे छोटी स्टेशनों में गाड़ियों के ठहराव की सुविधा देने का अधिकार रेलवे जोन के अधिकारियों को नहीं है। इसके लिए उनकी मांग पर रेलवे की ओर से प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। रेल अफसरों ने बताया कि बैठक में सकारात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई और बुधवार को आयोजि रेल रोको आंदोलन वापस लेने का फैसला लिया गया है।
नागरिक सुरक्षा मंच के पदाधिकारी बोले- स्थगित हुआ है आंदोलन वापस नहीं
इधर, नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने कहा कि रेलवे के आग्रह पर DRM प्रवीण पांडेय और सीनियर DCM विकास कश्यप सहित रेलवे के अधिकारियों से यात्रियों की समस्याओं और ट्रेनों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। कोरोना काल के बाद बंद अधिकांश ट्रेनों को बहाल कर दिया गया है। ट्रेनों के विलंब से चलने की समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिलाया गया है। वहीं ट्रेनों के बंद किए गए स्टॉपेज शुरू करने की मांग पर रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजने पर सहमति बनी है। फिलहाल, रेल अफसरों के आग्रह पर आंदोलन स्थगित किया गया है। लेकिन, आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। विभिन्न मांगों के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो नागरिक सुरक्षा मंच के पदाधिकारी बैठक कर आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।