छत्तीसगढ़

मेरी तुलना थरूर से मत कीजिए, अपने दम पर यहां तक पहुंचा, अध्यक्ष पद को लेकर बोले खड़गे

नईदिल्ली I 22 साल बाद पहली बार कांग्रेस में पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में दो सीनियर लीडर शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे हिस्सा ले रहे हैं. दोनों लोग देश की सबसे पुरानी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए अपने-अपने मैनिफेस्टो के साथ मैदान में हैं. खड़गे का कहना है कि वो नहीं चाहते उनकी तुलना थरूर से की जाए. उन्होंने कहा कि थरूर अपने घोषणापत्र को आगे बढ़ाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उनका एजेंडा उदयपुर घोषणापत्र में लिए गए फैसलों को लागू करना है.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक इंटरव्यू दिया है. उन्होंने थरूर के साथ अपनी तुलना न करने की अपील की. पार्टी के कामकाज के तरीके में सुधार के थरूर के घोषणापत्र पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैं ब्लॉक अध्यक्ष से इस स्तर तक अपने दम पर आया हूं. क्या उस समय शशि थरूर वहां थे ?” उन्होंने कहा कि थरूर अपने घोषणापत्र को आगे बढ़ाने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उनका एजेंडा उदयपुर घोषणापत्र में लिए गए फैसलों को लागू करना है.

कांग्रेस में जहां जिसकी जरूरत होगी सेवाएं लेंगे- खड़गे

खड़गे ने कहा, “सभी वरिष्ठ नेताओं और विशेषज्ञों से सलाह मशविरा करने के बाद उन घोषणाओं पर विचार किया गया था. अब उनको ही लागू करना हमारा लक्ष्य है. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस को बदलाव लाने और मौजूदा संकट से बाहर निकालने के लिए एक युवा चेहरे की जरूरत है. खरगे ने कहा कांग्रेस एक संगठन है जिन्हें इस बात का ज्ञान है कि पार्टी में कौन है? उन्होंने कहा कि जहां जरूरत होगी वह उनकी सेवाएं लेंगे.

पीएम से मोदी से टक्कर लेने के लिए मैं फिट- थरूर

शशि थरूर ने सात अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना 10 सूत्रीय घोषणापत्र जारी किया. थरूर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘मेरा संदेश है कि पार्टी को पुनर्जीवित करें, इसे फिर से सक्रिय करें, कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाएं, सत्ता का विकेंद्रीकरण करें और लोगों के संपर्क में रहें. 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा को टक्कर देने के लिए राजनीतिक रूप से फिट हैं’.

खड़गे का बीजेपी पर अटैक

कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर नेहरू-गांधी परिवार के प्रति दुर्भावनापूर्ण मंशा रखने और इसके योगदान और बलिदान के प्रति कम सम्मान दिखाने का आरोप लगाया. अपने प्रचार के हिस्से के रूप में बिहार के दौरे पर आए खड़गे कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा चुनावी लाभ के उद्देश्य से नहीं है बल्कि विभाजन की राजनीति के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई है. उन्होंने कहा, भाजपा रोती रहती है कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है. यह गलत है. हमारी पार्टी में सभी निर्णय उचित परामर्श और उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद लिए जाते हैं.