नईदिल्ली I राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर फैसला फिलहाल नहीं हो सकेगा. कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के चलते राजस्थान के सीएम का मसला सिर्फ होल्ड पर डाल दिया है. यह जानकारी कांग्रेस आलाकमान के सूत्रों के मुताबिक सामने आई है. फिलहाल ये साफ नहीं है कि अशोक गहलोत सीएम बने रहेंगे या फिर पायलट को कमान मिलेगी . इस पर फैसला नए कांग्रेस अध्यक्ष के बनने के बाद होना है. हालांकि ये बात भी सामने आई है कि राजस्थान की कमान किसी तीसरे के हाथ में नहीं सौंपी जाएगी.
जानकारी ये भी है कि कांग्रेस आलाकमान युवा नेता सचिन पायलट को को सीएम बनाने के हक़ में हैं. चुनावी रिकॉर्ड के मुताबिक, आखिरी दो सालों में गांधी परिवार के बाद चुनाव में सचिन पायलट सबसे ज़्यादा डिमांड में हैं. ये डेटा गांधी परिवार को दिए जाने के बाद ही पायलट के नाम पर आलाकमान ने मोहर लगाई थी. वहीं राजस्थान में पिछले दिनों हुए राजनीतिक संकट के बाद अशोक गहलोत के तीन करीबियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया था, उनका जवाब आया है, उस पर भी अनुशासन समिति जल्द फैसला लेगी.
गहलोत CM रहेंगे या पायलट बनेंगे?
बता दें कि आज कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई थी. 19 अक्टूबर को वोटों की गिनती के बाद नए अध्यक्ष का ऐलान हो जाएगा. इसके बाद ही राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर आलाकमान कोई फैसला लेगा. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. बता दें कि अशोक गहलोत का नाम अध्यक्ष की रेस में आगे चल रहा था. तब चर्चा थी कि गहलोत अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे तो राजस्थान में उनकी जगह सचिन पायलट को दे दी जाएगी. लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था. जैसे ही पायलट का नाम सीएम के लिए आगे आया, गहलोत गुट के विधायकों ने बगावती तेवर अख्तियार करते हुए विधायकी छोड़ने का ऐलान कर दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष के ऐलान के बाद CM पर फैसला
एक बैठक के बाद सभी ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को सौंप दिया था. कई दिनों तक चले सियासी घमासान के बाद गहलोत को आलाकमान ने दिल्ली तलब किया. जिसके बाद गहलोत ने सोनिया गांधी से माफी मांगी थी. वहीं गहलोत का नाम अध्यक्ष की रेस से बाहर हो गया था. वहीं माना ये भी जा रहा था कि नाराज आलाकमान गहलोत की कुर्सी सचिन पायलट को सौंप सकता है. अभी तक इस मुद्दे का समाधान नहीं हो सका है. अब कांग्रेस अध्यक्ष का ऐलान होने के बाद ही राजस्थान में सीएम पद पर फैसला लिया जाएगा.