छत्तीसगढ़

पहले कबूतर छोड़ते थे आज चीते…पीएम मोदी के बयान पर ओवैसी का तंज, पूछा- और रेपिस्ट?

नईदिल्ली I ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिलकिस बानो मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीते छोड़ने की ताकत रखने वाले बयान पर तंज कसा है. दरअसल पीएम मोदी ने मंगलवार को गुजरात के डिफेंस एक्सपो में कहा था कि देश पहले कबूतर छोड़ता था, आज चीजा छोड़ने की ताकत रखता है. उनके इस बयान पर तंज कसते हुए उन्होंने ट्वीट किया और रेपिस्ट. माना जा रहा है कि उनका ये बयान बिलकिस बानो मामले को लेकर था जिसके सभी दोषियों को रिहा कर दिया गया था.

दरअसल , गुजरात दंगों (2002) के दौरान बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था. जिस समय बानो के साथ यह बर्बरता दिखाई गई थी, उस समय वह पांच महीने की गर्भवती थी. 15 साल जेल की सजा काटने के बाद 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने रिहा करने का निर्देश दिया था. सरकार ने दोषियों की रिहाई को लेकर कहा था कि उनकी रिहाई माफी छूट नीति के तहत की गई है.

सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चुनौती

वहीं दूसरी ओर 11 दोषियों को छूट देने के गुजरात सरकार के फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं डाली गईं हैं. सरकार ने अपने इस फैसले पर सोमवार को हलफनामा दाखिल कर स्पष्टीकरण दिया था, जिसपर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. गुजरात के बिल्किस बानो गैंगरेप मामले में दायर याचिकाओं पर गुजरात सरकार के जवाब पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान असंतोष जताया. अदालत ने कहा कि गुजरात सरकार ने रिहाई के समर्थन में हलफनामा दाखिल किया है, लेकिन उसमें विवेक का प्रयोग कहा किया गया.

ओवैसी ने दी थी पीएम मोदी को ये सलाह

वहीं ओवैसी इससे पहले भी कई बार इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने बिलकिस बानो और अंकिता मर्डर केस को लेकर ट्वीट करते हुए कहा था कि ”पीएम साहब, कृपया बिलकिस बानो और अंकिता के परिवार से मिलें, हो सकता है कि वे आपसे कुछ कहना चाहें”

इससे पहले उन्होंने कहा था कि ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से प्रधानमंत्री महिलाओं की सम्मान और नारी शक्ति की बात कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ गुजरात सरकार बिलकिस बानो गैंगरेप के आरोपियों की रिहाई का फैसला कर रही थी.