छत्तीसगढ़

शिवराज पाटिल के बयान से कांग्रेस ने बनाई दूरी, गीता में जिहाद को लेकर की थी टिप्पणी

नईदिल्ली I कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल के ‘गीता में जिहाद’ वाले बयान से कांग्रेस ने दूरी बना ली है और उनकी टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया है। शिवराज की टिप्पणी पर पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, हमारे वरिष्ठ सहयोगी शिवराज पाटिल ने जो भी कुछ टिप्पणी की, वह अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का रुख स्पष्ट है कि भगवत गीता भारतीय सभ्यता का एक प्रमुख आधारभूत स्तंभ है। इस दौरान उन्होंने ट्विटर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ के अंश को भी साझा किया।

एक अन्य ट्वीट में जयराम रमेश ने कहा, संयोग से, मैंने अपनी किशोरावस्था में भगवद गीता सीखी थी। सदियों से भारतीय समाज पर गहरा प्रभाव डालने वाले एक सांस्कृतिक और दार्शनिक ग्रंथ के रूप में इसका जीवन भर प्रभाव रहा है। मैंने इस बारे में अपनी पुस्तक ‘द लाइट ऑफ एशिया: द पोएम द डिफाइन्ड द बुद्धा’ में भी लिखा है।

दरअसल, दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन के दौरान शिवराज पाटिल ने कहा था कि गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिहाद की शिक्षा दी है। वह यहां भी नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि जिहाद सिर्फ कुरान या गीता में नहीं है, बल्कि ईसाईयों में भी जिहाद के बारे में लिखा गया है।

बयान के बाद पार्टी की हो रही थी काफी आलोचना
बता दें, शिवराज पाटिल के बयान के बाद भाजपा के साथ कई हिंदूवादी संगठन कांग्रेस की आलोचना कर रहे हैं। भाजपा ने तो कांग्रेस पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया तो वहीं विश्व हिंदू परिषद ने भी इस बयान को लेकर तीखी टिप्पणी की।