छत्तीसगढ़

दिन-रात ईमानदारी से करूंगा काम, ब्रिटेन के लिए तैयार है सुनक का रोडमैप, बताई प्राथमिकता

नईदिल्ली I भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. वो निर्विरोध सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता चुने गए हैं. इसके साथ ही उनका ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होना तय हो गया है. इससे पहले पेनी मॉर्डांट ने कंजरवेटिव पार्टी की नेता बनने की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया. कंजरवेटिव पार्टी के 357 सांसदों में से आधे से अधिक सांसदों ने सुनक का समर्थन किया.

सुनक ने कहा कि वह अपने साथी सांसदों के समर्थन को लेकर और नेता चुने जाने पर ‘विनम्रता और सम्मान’ का भाव महसूस कर रहे हैं. वो ब्रिटेन के लोगों के लिए दिन-रात काम करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने ईमानदारी और विनम्रता से सेवा करने का संकल्प व्यक्त किया. सुनक ने कहा कि मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता देश को एक साथ लाना, स्थिरता और एकता कायम करना है. हमारे सामने काफी चुनौतियां हैं और मैं नम्रता और सत्यनिष्ठा से सेवा करने का संकल्प लेता हूं.

उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है कि मैं जिस पार्टी से प्यार करता हूं उसकी सेवा करने और उस देश को वापस देने में सक्षम हूं. मैं बहुत आभारी हूं. यूके एक महान देश है लेकिन हम एक गहन आर्थिक चुनौती का सामना कर रहे हैं. हमें अब स्थिरता और एकता की आवश्यकता है और मैं अपनी पार्टी और देश को एक साथ लाना अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाऊंगा क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम चुनौतियों से पार पा सकते हैं और अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी के बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं.

भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं ऋषि सुनक

सुनक ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास रचेंगे. सुनक का जन्म ब्रिटेन में हुआ था. भारतीय मूल के उनके पिता यशवीर सेवानिवृत्त डॉक्टर हैं जबकि मां ऊषा सुनक फार्मासिस्ट हैं. उनका राजनीतिक करियर 2015 में यॉर्कशायर में रिचमंड की सीट जीतने के साथ शुरू हुआ और वित्त मंत्रालय में कनिष्ठ भूमिकाओं से होते हुए वह वित्त मंत्री के पद पर पहुंच गए, जब साजिद जाविद ने फरवरी 2020 में इस्तीफा दे दिया.

जॉनसन के इस्तीफे के बाद सुनक ने पेश की थी दावेदारी

इसी साल सुनक ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन की जगह लेने के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी. बाद में ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री बनने के लिए कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में लिज ट्रस ने सुनक को हराया. हाल ही में 20 अक्टूबर को ट्रस ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के महज छह हफ्ते बाद एक खुली बगावत का सामना करने के बीच इस्तीफा दे दिया.