नईदिल्ली I आने वाले कुछ महीने Meta में काम करने वाले लोगों के लिए काफी कठिन होने वाले हैं. इसके पीछे की वजह ये है कि टेक सेक्टर दिग्गज कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. वहीं, छंटनी की आहटों के बीच मेटा को लेकर एक सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. दरअसल ये पता चला है कि मेटा कर्मचारियों को कंपनी में अपनी नौकरी सुरक्षित रखने के लिए दोगुना मेहनत करने को कहा जा रहा है. कर्मचारियों से कहा गया कि उन्हें अगर कंपनी में नौकरी करना है, तो काम में 200 फीसदी तक मेहनत करना होगा.
इनसाइडर से बातचीत में मेटा एक कर्मचारी ने CEO मार्क जुकरबर्ग के मैसेज को लेकर बताया, ‘जुकरबर्ग का मैसेज बिल्कुल साफ था. आपके पास खुद को साबित करने के लिए तीन महीने का वक्त है. अपना 200 फीसदी एफर्ट दीजिए या अगर आपको ये सब पसंद नहीं है, तो इस्तीफा दे दीजिए.’ कर्मचारियों से दोगुना मेहनत करने को ऐसे समय पर कहा जा रहा है, जब मेटा के स्टॉक की कीमतें लगातार गिर रही हैं. वहीं, कंपनी को मेटावर्स के क्षेत्र में भी खुद को स्थापित करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
बेहतरीन काम के बाद भी सुरक्षित नहीं जॉब
जुकरबर्ग द्वारा जहां कर्मचारियों पर अधिक मेहनत करने का दबाव डाला जा रहा है. वहीं, मेटा ने अपनी कई टीमों और मैनेजरों को बदला है. वर्तमान में कर्मचारियों के मैनेजर के मुताबिक, सबसे ज्यादा बेहतरीन काम करने वाले लोगों की नौकरी भी सुरक्षित नहीं है. एक कर्मचारी ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने (जुकरबर्ग) ने कहा कि वह बैकअप प्लान लेकर आ रहे हैं और मैं भी ऐसा ही कर रहा हूं.’
कंपनी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक, मेटा में होने वाली छंटनी से बड़ी संख्या में कर्मचारी प्रभावित होने वाले हैं. दूसरी तिमाही के नतीजों के मुताबिक मेटा की तीन कंपनियों- फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सएप में 83,500 कर्मचारी दुनियाभर में काम कर रहे हैं. एक अन्य मेटा कर्मचारी के मुताबिक, ‘लोगों के बीच इस बात को लेकर खुसफुसाहट है कि अगले साल 20 फीसदी कम लोग होने वाले हैं. ये कब होगा मुझे इस बारे में नहीं मालूम है.’
कम किए जाएंगे कर्मचारी: जुकरबर्ग
इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा प्रतिनिधि ने 27 जुलाई को कंपनी की दूसरी तिमाही की कमाई को लेकर दी गई जानकारी के दौरान जुकरबर्ग द्वारा दिए गए बयान की जानकारी दी. जुकरबर्ग ने कहा कि मेटा ने अगले साल कर्मचारियों की संख्या को लगातार कम करने की योजना बनाई. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कई टीमें कम होने जा रही हैं ताकि हम वर्कफोर्स को अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफर कर सकें.
जुकरबर्ग ने कहा, ‘ये एक ऐसा वक्त है, जहां ज्यादा काम की मांग की जा रही है. मुझे उम्मीद है कि कम संसाधनों में काम किया जा सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘हम वर्तमान में गोल को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं.