नईदिल्ली I दिल्ली महरौली में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड मामले में एक के बाद एक नए खुलासा सामने आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने डेटिंग ऐप बंबल का इस्तेमाल करता था. कई लड़कियों के संपर्क में था. आफताब ने डेटिंग ऐप से संपर्क में आई एक लड़की को अपने घर पर बुलाया था. पुलिस ने उस लड़की की पहचान कर भी ली है. वहीं, एक अन्य लड़की, जो पेशे से डॉक्टर है, उसको भी अपने घर बुलाया था. उससे पहले ही आफताब ने श्रद्धा को मौत के घाट उतार दिया था. उसके शव के टुकड़ों को फ्रिज में रखा हुआ था.
उधर, पुलिस लगातार आरोपी आफताब से पूछताछ में लगी है. शुक्रवार को आफताब का रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ. इस टेस्ट के दूसरे सेशन में दो घंटे तक आफताब से कई सवाल-जवाब हुए. खास बात यह है कि पॉलीग्राफ टेस्ट के दो सेशन बीतने के बाद भी आफताब से पूछताछ का सिलसिला पूरा नहीं हो सका है. बताया जा रहा है कि शनिवार और रविवार को भी आफताब से पॉलीग्राफ टेस्ट के तहत पूछताछ की जा सकती है. जबकि आरोपी आफताब की पुलिस रिमांड सिर्फ एक दिन यानी शनिवार तक की ही बची है.
हिंदी में पूछे गए सवालों के दिए अंग्रेजी में जवाब
आपको बता दें कि गुरुवार को आफताब का करीब 8 घंटा लंबा पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ था. हालांकि, उसकी तबीयत ठीक नहीं होने के कारण प्रयोगशाला के अधिकारियों को बयान दर्ज करने में परेशानी हुई. आफताब से हिंदी में कई सवाल पूछे गए. खास बात यह रही कि उसने अंग्रेजी भाषा में कई जवाब दिए. पॉलीग्राफी जांच में रक्तचाप, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है और इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं.
बेरहमी से लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा के किए टुकड़े
मालूम हो कि मुंबई निवासी श्रद्धा वालकर (27) की मई में कथित तौर पर उसके लिव-इन-पार्टनर ने गला दबाकर हत्या कर दी थी. उसके बाद शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था. कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था. उधर, इस घटना ने उस समय राजनीतिक मोड़ ले लिया जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि कम से कम समय में आरोपी के लिए कड़ी सजा सुनिश्चित की जाएगी. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम प्रेमी द्वारा वालकर की हत्या की घटना का ‘सांप्रदायिक दुष्प्रचार’ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.