छत्तीसगढ़

पायलट-गहलोत कांग्रेस की प्रॉपर्टी… राजस्थान के गद्दार पर आखिर राहुल ने तोड़ ही दी चुप्पी

नईदिल्ली I इंदौर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान की सियासी कलह पर जवाब दिया है. राज्य में चल रहे अशोक गहलोत और सचिन पायलट के विवाद पर राहुल गांधी ने कहा कि “दोनों नेता कांग्रेस के लिए संपत्ति हैं”. हालांकि राहुल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गहलोत और पायलट विवाद पर ज्यादा बोलने से बचते हुए दिखाई दिए. राहुल गांधी ने कांग्रेस के इस प्रकरण पर खुलकर कुछ नहीं बोला और संक्षेप में जवाब देकर राहुल गांधी मुस्कुराने लगे. उन्होंने कहा कि मैं इसमें ज्यादा नहीं जाना चाहता हूं, दोनों ही नेता हमारी पार्टी के लिए एसेट हैं. इतना बोलकर वह मुस्कुराने लगे. वहीं राहुल ने आगे कहा कि मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि विवाद का भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.

माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने पहली बार कांग्रेस के विवाद पर बोलने के बजाय टालने की कोशिश की है. मालूम हो कि राहुल गांधी की यात्रा 5 दिसंबर को राजस्थान में एंट्री करेगी. वहीं पायलट-गहलोत के विवाद के फिर फूटने के बाद कांग्रेस की ओर से बीते रविवार को कहा गया था कि विवाद का भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.

मालूम हो कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बीते 24 नवंबर को एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में सचिन पायलट को गद्दार बताया था और 2020 में कांग्रेस की सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.

मेरी छवि खराब करने के लिए हुए करोड़ों खर्च : राहुल

वहीं राहुल गांधी ने इस दौरान बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि बीजेपी ने मेरी छवि खराब करने के लिए करीब एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं लेकिन मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.

हालांकि राहुल लगातार राजस्थान से जुड़े हर सवाल को टालते हुए दिखाई दिए और विवाद पर कुछ भी बोलने से बचते रहे. वहीं राहुल गांधी ने बताया कि हमने भारत जोड़ो यात्रा की योजना आज नहीं बनाई है, हम पिछले एक साल से इसकी प्लानिंग पर काम कर रहे थे.

गहलोत के कुछ शब्द थे अप्रत्याशित : जयराम रमेश

वहीं बता दें कि बीते रविवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के इंटरव्यू पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि गहलोत ने अपने साक्षात्कार में कुछ शब्द इस्तेमाल किए जो अप्रत्याशितथे और उन्हें इनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए था.

रमेश ने कहा कि मैं फिर अपनी बात दोहराते हुए कहना चाहता हूं कि गहलोत हमारी पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं और वहीं पायलट युवा, लोकप्रिय और ऊर्जावान नेता हैं और पार्टी के दोनों नेताओं की हमें जरूरत है. रमेश ने कहा कि राजस्थान के विवाद पर जल्द ही संगठन को मजबूत करने वाला फैसला लिया जाएगा.