छत्तीसगढ़

श्रद्धा हत्याकांड : पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने मांगी सिगरेट, न मिली तो हुआ बैचेन, BJP नेता बोले- जिहादी आतंकी घटना

नईदिल्ली I श्रद्धा हत्याकांड में आरोपी आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान कहा था कि उसे सिगरेट पीने की इच्छा हो रही है। उसने एफएसएल विशेषज्ञों से सिगरेट मांगी थी। लेकिन आरोपी को सिगरेट नहीं दी गई। सिगरेट नहीं देने से वह बेचैन सा हो गया था। श्रद्धा हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी आफताब का रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लैब में पॉलीग्राफ टेस्ट हो रहा है। बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली पुलिस की टीम आफताब को लेकर लैब में पहुंची।

श्रद्धा हत्याकांड में आरोपी आफ़ताब के पॉलीग्राफ टेस्ट में खुलासे पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा न लिखा कि पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने कहा कि श्रद्धा की हत्या करने के कारण उसे जन्नत मिलेगी। इसका मतलब साफ़ है कि श्रद्धा की हत्या एक जिहादी आतंकी घटना है।

इससे पहले, सोमवार को श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब पर हमला हुआ था। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब को फोरेंसिक लैब से तिहाड़ जेल ले जाने के दौरान हमलावरों ने उसके वैन पर हमला कर दिया था। हमलावरों के पास तलवार और हथौड़े थे।

हमलावरों में से एक ने वैन का पिछला दरवाजा खोल दिया। वह आफताब को वैन से निकालकर उसकी हत्या करना चाहता था। हालांकि पुलिस ने दो हमलावरों को मौके पर पकड़ लिया है।

पुलिस ने बताया कि आफताब को सुरक्षित तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। फिलहाल प्रशांत विहार पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि 10 से 12 की संख्या में हमलावर सुबह 11 बजे एफएसएल कार्यालय के बाहर आ गए थे। रोहिणी के पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह ने बताया कि मौके पर पुलिस की ओर से कोई गोलीबारी नहीं की गई है।

प्रशांत विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपी निगम गुर्जर और कुलदीप यादव को रात में ही कोर्ट में पेश किया गया।  उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए रोहिणी कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के यहां पेश किया गया । उसके बाद उन्हें रात को ही तिहाड़ जेल भेज दिया गया । पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश के लिए गुरुग्राम और दिल्ली में दबिश दे रही है। मंगलवार सुबह तक तीनों आरोपियों का सुराग हाथ नहीं लगा था।

रोहिणी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार निगम गुर्जर व कुलदीप यादव का किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है। निगम गुर्जर पेशे से ट्रक ड्राइवर है जबकि कुलदीप यादव पुरानी गाड़ियों का सेल परचेज का काम करता है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों का कहना है कि वह मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए आफताब पर हमला करने आए थे । उनका उद्देश्य सिर्फ मीडिया की सुर्खियां पाना था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रात मैं ही एफआईआर दर्ज कर ली थी।