नई दिल्ली। सौराष्ट्र टीम के कप्तान जयदेव उनादकट को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में मौका मिला है। उन्होंने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है।
उनादकट की 12 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी हुई है। उन्होंने 2010 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन उस समय उन्हें सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने करियर का एकमात्र टेस्ट मैच, सेंचुरियन में खेला था।
इसके बाद उन्हें रेड बॉल फॉर्मेट में मौका नहीं मिला। रणजी ट्रॉफी में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद एक बार फिर उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला है।
मोहम्मद शमी के स्थान पर मिला मौका
जयदेव उनादकट को तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल किया गया है। शमी इंजरी के कारण पहले ही वनडे सीरीज से बाहर हो गए थे। फिलहाल उनादकट राजकोट में हैं और जैसे ही उनके विजा संबंधी प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो वह बांग्लादेश के लिए रवाना हो जाएंगे। बांग्लादेश के खिलाफ दो मैच की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 14-18 दिसंबर के बीच चटगांव में खेला जाएगा।
2019-20 सीजन में रिकॉर्ड 67 विकेट हासिल किए
जयदेव ने रणजी के 2019-20 सीजन में रिकॉर्ड 67 विकेट लेकर अपनी कप्तानी में सौराष्ट्र को चैंपियन बनाया था। इसके बाद नवीनतम विजय हजार ने ट्रॉफी में भी उन्होंने सर्वाधिक 19 विकेट लेकर सौराष्ट्र को खिताब दिलाया।
एससीए अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयदेव शाह ने बधाई देते हुए कहा, ‘यह जानकर वास्तव में बहुत अच्छा लगा कि जयदेव उनकट को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के लिए चुना गया है। उनकी कप्तानी में, सौराष्ट्र ने 2019-20 में रणजी ट्रॉफी जीती और उन्होंने उस श्रृंखला में एक तेज गेंदबाज द्वारा सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
हाल ही में सौराष्ट्र की टीम विजय हजारे ट्रॉफी में भी चैंपियन बनी थी। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ की ओर से हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।