नई दिल्ली:यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा इस वक्त देश में जोरों पर है। संसद के शीतकालीन सत्र में इसको लेकर बीजेपी के एक सांसद की तरफ से प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया है। यूनिफॉर्म सिविल कोड पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी से जब यह सवाल पूछा गया कि इस पर आपका क्या स्टैंड है तो उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ा मसला रोजगार का है, महंगाई का है, किसान मर रहे हैं लेकिन नरेंद्र मोदी इन तमाम मुद्दों पर नाकाम साबित हो गए तो बता दो मुसलमानों को ठिकाने लगाना है। इसलिए यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लगाना है।
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे ओवैसी से जब यह पूछा गया कि नितिन गडकरी ने कहा है कि चार शादियां करना गलत है। ओवैसी ने कहा कि मैं गडकरी को चुनौती देता हूं कि कह दें कि सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश की इजाजत है। आपका कल्चर है और मेरा। लिव इन रिलेशनशिप को मंजूरी देंगे आप बताइए कितनी शादियां होती है इसमें। यूसीसी की बात करते हैं और लव जिहाद की भी बात करते हैं।
एक पुरुष का चार महिलाओं से शादी करने को जायज मानते हैं। इस सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि शादी करना निजी मामला है। कुरान में लिखा गया है कि यदि आप दूसरी शादी करते हैं तो आपको हर चीज से इंसाफ करना होगा। यदि कोई ऐसा करता है तो वह उसकी पत्नी हो रही है। उसको लिव इन रिलेशनशिप तो नहीं बोलेंगे उसको पत्नी का पूरा हक मिलेगा। उसके बच्चे को प्रॉपर्टी में पूरा हक मिलेगा।
इसके साथ औवेसी से चुनाव से जुड़ा सवाल पूछा गया जिसमें गुजरात चुनाव की बात थी। इस सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि मुसलमान जो कांग्रेस से मोहब्बत कर रहे हैं उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। मुसलमानों के दिमाग में यह डाल दिया आप बीजेपी को हरा सकते हैं। बीजेपी इसलिए जीत रही है कि क्योंकि उसे हिंदू वोट अधिक वोट मिल रहा है। मुसलमानों को कब तक बलि का बकरा बनाया जाएगा।
AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाया जाता है कि आपकी वजह से बीजेपी को फायदा होता है। उन्होंने कि अखिलेश की वाइफ जीत गईं, आरएलडी का कैंडिडेट जीत गया और आजम का कैंडिडेट हार गया, क्यों? मैं तो वहां था भी नहीं। ओवैसी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को यह क्रेडिट देना पड़ेगा कि उन्होंने बहुखंख्यक आबादी का दुखती रग पकड़ लिया है।
गुजरात चुनाव का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस या दिल्ली की मुख्यमंत्री की सभा कितने मुसलमान उनकी बगल में बैठे। अब्दुल तो दरी बस बिछा। मोदी से बड़ा हिंदू कौन लड़ाई यह हो गई है। यह लोग यूसीसी पर कुछ नहीं बोलेंगे। जाकिया जाफरी की बात नहीं करेंगे इनको बस मुस्लिम वोटों से ही मतलब है।