नईदिल्ली I महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपने करियर में एक बड़ा मुकाम मंगलवार (13 दिसंबर) को हासिल कर लिया। उन्हें रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का मौका मिला है। अर्जुन ने रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप सी में गोवा के लिए राजस्थान के खिलाफ अपना मुकाबला खेला। उन्हें पहले दिन गेंदबाजी का मौका तो नहीं मिला लेकिन बल्लेबाजी करने के लिए वह मैदान पर उतरे। अर्जुन पहले दिन 12 गेंद पर चार बनाकर नाबाद रहे।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन इस साल की शुरुआत में मुंबई के लिए खेलने का पर्याप्त मौका नहीं मिलने के बाद गोवा शिफ्ट हो गए थे। उन्होंने मुंबई और गोवा के लिए केवल सात लिस्ट ए मैच और नौ टी20 मैच खेले हैं। राजस्थान के खिलाफ मैच से उनके प्रथम श्रेणी करियर की भी शुरुआत हो गई। अर्जुन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
अर्जुन ने एनओसी के लिए किया था आवेदन
मुंबई इंडियंस के मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने कहा था कि अर्जुन को प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए अपने खेल के कुछ पहलुओं में सुधार करने की जरूरत है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने भी अर्जुन को गोवा की ओर से खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) दिया था। अर्जुन ने इसके लिए आवेदन किया था।
राजस्थान ने जीता था टॉस
जहां तक राजस्थान और गोवा के बीच मैच का सवाल है तो राजस्थान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। गोवा ने सुमिरन अमोनकर का विकेट जल्द ही गंवा दिया। उन्हें कमलेश नागरकोटी ने आउट किया। दूसरे ओपनर अमोघ सुनील देसाई अपनी 27 रन की पारी में अच्छे दिखे, लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना पाए। उन्हें अराफात खान ने आउट किया। 59 रन पर दो विकेट गिर जाने के बाद सुयश प्रभुदेसाई और स्नेहल सुहास कौतनकर ने मोर्चा संभाला।
सुयश और स्नेहल ने की शतकीय साझेदारी
सुयश और स्नेहल ने तीसरे विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी की। स्नेहल 104 गेंद पर 59 रन बनाकर आउट हुए। सिद्धेश लाड 48 गेंद पर 17 और विकेटकीपर एकनाथ केरकर 15 गेंद पर तीन रन बनाकर पवेलियन लौटे। सुयश प्रभुदेसाई 209 गेंद पर 81 और अर्जुन तेंदुलकर 13 गेंद पर चार रन बनाकर नाबाद हैं।