नईदिल्ली I लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. चिराग ने सीएम नीतीश के एक बयान को लेकर निशाना साधा है. बिहार के सीएम नीतीश ने कहा था कि शराब पीने वालों से कोई हमदर्दी नहीं है. इस बयान पर चिराग ने कहा कि शराब पीने वालों को तो नीतीश कुमार की बद्दुआ लग गई और मौत भी हो गई.
चिराग पासवान ने पूछा कि सीएम नीतीश के अपने परिवार में ऐसा हुआ होता तो भी क्या वह ऐसा ही बयान देते? उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पासी समाज के लोगों को ताड़ी बेचने पर जेल में डाला जाता है. जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 60/70 नहीं 150/200 है. उन्होंने कहा कि 200 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है. चिराग ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि सच को दबाया जा रहा है. चिराग ने कहा कि पोस्टमॉर्टम किए बिना अंतिम संस्कार करवाया गया.
चिराग का नीतीश सरकार पर आरोप
चिराग ने ये भी कहा कि मृतकों के परिजनों पर दबाव डाला जा रहा है झूठ बोलने के लिए, उनसे कहा जा रहा है, ”मत बोलना की शराब से मृत्यु हुई है नहीं तो जेल भेज देंगे.” लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो ने कहा कि सीएम नीतीश की खामोशी भ्रष्ट अधिकारियों को समर्थन है.
चिराग पासवान ने छपरा में पीड़ित परिवारों से मिलकर आए और कहा, ”लेकिन जो मरे हैं उनके परिजनों का तो ख्याल रखना होगा.” पासवान ने आरोप लगाते हुए कहा कि पासी समाज के लोगों को ताड़ी बेचने पर जेल में डाला जाता है, जबकि बड़े लोग सब बाहर हैं.
एक दिन पहले भी चिराग ने सीएम पर किया था वॉर किया
बता दें कि बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब से 60 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं. छपरा में सबसे ज्यादा 60 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से गई है. इसके अलावा जहरीली शराब पीने से सीवान में 4 और बेगूसराय में 1 शख्स की मौत हुई है. बेगूसराय में जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह दिल्ली से शराब ले कर गया था. बिहार में शराब से हुई उन मौतों को लेकर सीधा आरोप नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी शराबबंदी नीति को बताई गई थी. शुक्रवार (16 दिसंबर) को सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी.
पटना एयरपोर्ट पर वह मुख्यमंत्री नीतीश पर जमकर बरसे थे और उनके जो पिएगा मरेगा वाले बयान को शर्मनाक बताते हुए आक्रोश व्यक्त किया था. चिराग ने कहा था कि इस मामले के जिम्मेदार नीतीश हैं और उनके बयान को बेहद ही गैर जिम्मेदाराना बताते हुए पूछा था कि पीने वाले मरेंगे तो पिलाने वाले के साथ क्या होना चाहिए? इसके साथ ही उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार के तरफ से शराबबंदी करने के मकसद के बारे में भी बताया और कहा कि वह खुद शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं.