नईदिल्ली I चीन समेत कुछ देशों में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बाद बुधवार को राजधानी दिल्ली में कोविड से एक मरीज की मौत हो गई. दिल्ली में लंबे समय बाद कोरोना से किसी मरीज की मौत हुई है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 21 दिसंबर को कोरोना के 5 नए मामले आए और 1 मरीज की मौत हुई, हालांकि कोरोना संक्रमण दर 0.19% ही है. पिछले 24 घंटों में 2642 कोरोना टेस्ट किए गए हैं और 8 मरीज ठीक हुए हैं. दिल्ली में फिलहाल कोरोना के 27 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 19 मरीज होम आइसोलेशन में है और 3 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. 3 कंटोनमेंट जोन बनाए गए हैं.
दिल्ली सरकार भी एलर्ट मोड पर आ गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. जिसमें सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया संबंधित विभागों के अधिकारियों के संग बैठक करेंगे. बैठक में कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने की तैयारी का खाका तैयार किया जाएगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर नजर रख रही है और मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को नमूनों का जीनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक अन्य कदम उठाने का निर्देश दिया है.
केंद्र सरकार ने दिए राज्य सरकारों को निर्देश
जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया था कि वायरस के उभरते हुए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को तैयार किया जाए. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस तरह की कवायद से देश में नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, दिल्ली सरकार कोविड की स्थिति पर नजर रख रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं.’ अधिकारी ने कहा, मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जीनोम अनुक्रमण और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक अन्य कदम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. कोविड-19 की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती अब भी दुनिया भर में बनी हुई है, जिसके लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से दर्ज किए गए हैं.
यूरोपीय देशों में बीएफ.7 की मौजूदगी पुष्टि हुई
चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोविड के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ओमीक्रॉन, ज्यादातर बीएफ.7, की चपेट में हैं, जो बीजिंग में फैल रहा वायरस का मुख्य स्वरूप है. इसी के कारण चीन में कोविड संक्रमण के मामलों में व्यापक उछाल आया है. गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने अक्टूबर में भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था. अधिकारियों ने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है. अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस तथा डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई अन्य देशों में बीएफ.7 की मौजूदगी की पहले ही पुष्टि हो चुकी है.
हालांकि, विशेषज्ञों ने कहा कि बीएफ.7 को लेकर भारत को बहुत अधिक चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि टीकाकरण या पिछले संक्रमण के माध्यम से बहुत से लोगों में वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित हो चुकी है, वहीं चीन में कठोर प्रतिबंधों के कारण लोगों में कोविड के खिलाफ कम प्रतिरक्षा है.