छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : कोविशील्ड का स्टॉक हो चुका है खत्म, कोवैक्सीन के 2 लाख डोज आज होंगे एक्सपायर, टीके अब सिर्फ नाक वाले, लेकिन देने पड़ेंगे पैसे

रायपुर I छत्तीसगढ़ में शनिवार के बाद कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं रहेगी। कोविशील्ड का स्टॉक खत्म हो चुका है। कोवैक्सीन की लगभग 2 लाख 25 हजार डोज स्टॉक में है। इसकी एक्सपायरी डेट 31 दिसंबर है, यानी शनिवार शाम को इनमें से एक भी डोज लगाने लायक नहीं रहेगी।

कोवैक्सीन एक्सपायर होने के साथ ही राज्य में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा। हेल्थ अफसरों के अनुसार अब बूस्टर डोज के रूप में नाक में स्प्रे करने वाली नेजल वैक्सीन डोज सप्लाई होंगी। लेकिन इसे लगवाने के लिए पैसे देने पड़ेंगे।

छत्तीसगढ़ में राज्य में अभी बूस्टर डोज केवल 34 फीसदी लोगों ने ही लगवाया है। लोग बूस्टर डोज लगवाने में रुचि ही नहीं ले रहे हैं। हालांकि हफ्ताभर पहले जब कोरोना का एक बार फिर खतरा मंडराने का हल्ला उड़ा तो डोज लगवाने वालों की संख्या में मामूली इजाफा हुआ।

10 दिन पहले तक जहां औसतन तीन हजार लोग वैक्सीन लगवाते थे, वहीं अभी रोज औसतन 10 हजार डोज लगाए जा रहे हैं। यानी वैक्सीनेशन करवाने वाले थोड़े बढ़े हैं। इनमें बूस्टर डोज वाले ज्यादा हैं। शनिवार शाम के बाद बचे हुए स्टॉक से किसी को डोज नहीं लगायी जाएगी।

कोविड नेजल वैक्सीन सरकारी में मिलेगी या नहीं, तय नहीं पर पैसे लगेंगे

नाक में स्प्रे करने जैसी वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगी या नहीं? अभी इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। नेजल यानी नाक में स्प्रे करने वाली वैक्सीन फ्री तो नहीं लगेगी ये तय है, लेकिन कितने पैसे देने होंगे अभी इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को गाइड लाइन नहीं भेजी गई है।

केंद्र से इसकी कीमत तय नहीं की गई है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है नेजल वैक्सीन एक नई खोज है। भारत सरकार ने इसे मान्यता दे दी है। डाक्टरों के अनुसार कई लोग वैक्सीन लगाने से हिचकते हैं। इस वजह से नाक में स्प्रे करने जैसी वैक्सीन की खोज की गई है।

नेजल कोई भी लगा सकेंगे

नेजल वाली बूस्टर डोज कोई भी लगा सकेंगे। केंद्र सरकार से जो नेजल बूस्टर डोज भेजी जाएगी उसे जहां पहली-दूसरी डोज कोविशील्ड की लगाने वाले ले सकेंगे वहीं कोवैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले भी इसी बूस्टर डोज को ले सकेंगे। इस बारे में गाइड लाइन जारी कर दी गई है।

केंद्र को भेजी जानकारी

राज्य महामारी नियंत्रक डा. सुभाष मिश्रा का कहना है कि करीब सवा दो लाख कोवैक्सीन की डोज एक्सपायरी हो रही है। इसे खपाने के लिए पूरे प्रदेश में कैंप लगाकर अभियान चलाया गया लेकिन डोज बाकी रह गई। इसकी सूचना केंद्र सरकार को भेज दी गई है।

तीन दिन शून्य के बाद फिर तीन केस

राज्य में पिछले तीन दिनों से कोरोना के शून्य केस मिल रहे थे। शनिवार को एक साथ तीन केस मिल गए हैं। रायपुर और दुर्ग के अलावा एक संक्रमित गरियाबंद में मिला है। तीनों के सैंपल भी जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए ओडिशा भेजे जाएंगे।

अफसरों के अनुसार तीनों के स्वास्थ्य की निगरानी शुरू कर दी गई है। उनकी स्थिति सामान्य है। उन्हें कोरोना का संक्रमण कहां से हुआ? इसकी पड़ताल शुरू कर दी गई है। नए संक्रमित सामने आने के बाद अब राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 7 हो गई है।

रायपुर में सबसे ज्यादा 4 मरीज एक्टिव हैं। दुर्ग में 2 और गरियाबंद में एक मरीज सक्रिय है। सभी एक्टिव मरीजों की स्थिति सामान्य है। किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं है। अफसरों के अनुसार सभी का इलाज होम आइसाेलेशन में चल रहा है।