छत्तीसगढ़

मुझे नहीं लगता उमरान कभी, इस पाकिस्तानी दिग्गज ने शोएब अख्तर से की उमरान मलिक की तुलना

नई दिल्ली : भारतीय टीम के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने श्रीलंका (IND vs SL) के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी-20 सीरीज में शानदार गेंदबाजी का नजारा पेश किया। उन्होंने तीन मैचों में कुल 7 विकेट चटकाए और हर किसी को प्रभावित किया है।

उन्होंने 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालकर एक नया रिकॉर्ड बनाया, जिसके बाद ये चर्चा तेज होने लगी कि क्या उमरान पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे, जिनके नाम वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है। इसी कड़ी में पूर्व पाकिस्तान के कप्तान सलमान बट्ट ने अपनी राय रखी और उन्होंने कहा कि शोएब के आगे उमरान कुछ नहीं है।

दरअसल, हाल ही में पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट्ट ने टीम इंडिया के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक को लेकर एक बयान दिया है। उनके मुताबिक उमरान मलिक की तुलना शोएब अख्तर से करना सही नहीं है। बता दें कि उमरान मलिक ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले टी20 मुकाबले के दौरान 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया।

उमरान भारत की तरफ से सबसे तेज गेंद फेंकने वाले गेंदबाज बन गए है। इसके बाद उमरान मलिक ने शोएब अख्तर के सबसे तेज गेंद का रिकॉर्ड भी तोड़ने की बात कही। इस पर शोएब अख्तर ने भी पलटवार किया और कहा कि उमरान मलिक कहीं मेरा रिकॉर्ड तोड़ते-तोड़ते अपनी हड्डियां ना तुड़वा लें। उनका ये बयान काफी तेजी से वायरल भी हुआ था।

इसके साथ ही अब सलमान बट्ट ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए उमरान मलिक की शोएब अख्तर से तुलना की। उन्होंने कहा कि उमरान और हारिस रऊफ के बारे में हमेशा बात होती है कि ये दोनों अख्तर का रिकॉर्ड़ तोड़ देंगे, लेकिन ये इतना आसान नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा,”इस वक्त दोनों ही गेंदबाज शोएब अख्तर के रिकॉर्ड से काफी दूर हैं। हालांकि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। शोएब अख्तर तीनों ही फॉर्मेट खेलते थे और लंबे स्पेल डालते थे। वो ना केवल तेज थे बल्कि काफी चतुर गेंदबाज भी थे। उन्हें पता था कि बल्लेबाजों को कैसे आउट किया जाता है। यहां तक कि जब वो 39 साल के थे तब भी भारत के खिलाफ उन्होंने 159 की स्पीड से गेंदबाजी की थी। उनके पास जो कला थी वो उमरान और हारिस के पास नहीं है। हालांकि दोनों ही यंग हैं और कुछ भी हो सकता है लेकिन ये वैसे ही है जैसे किसी बल्लेबाज ने लगातार तीन शतक लगा दिए हों और हम कहने लगें कि वो सचिन के 100 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। लोग अपने करियर में उतने मैच भी नहीं खेल पाते हैं।”