छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : रायपुर रेल मंडल के 15 स्टेशनों की बदलेगी सूरत, वेटिंग हाल, पार्किंग जैसी मिलेगी सुविधाएं, एक्सप्रेस ट्रेनें भी रूकेगी

रायपुर। रायपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले 15 स्टेशनों को अमृत मिशन योजना के तहत अपग्रेड (उन्नयन) करने की तैयारी रेलवे प्रशासन ने कर ली है। शहर के आउटर में स्थित सरोना, उरकुरा स्टेशन को सैटेलाइट स्टेशन बनाया जाएगा, जबकि शहर के बीच देवेंद्र नगर (पंडरी ब्लाक हंट) को स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही भाटापारा, भिलाई पावर हाउस, भिलाई नगर, भिलाई, तिल्दा नेवरा, बिल्हा, मरौदा, बालोद, दल्लीराजहरा, हथबंध, भानुप्रतापपुर और निपनिया स्टेशन को बड़े स्टेशन का रूप दिया जाएगा।

इन स्टेशनों के प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने के साथ ही जरूरत पड़ने पर इन स्टेशनों में लोकल के साथ ही एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टापेज की भी सुविधा दी जाएगी। इससे रायपुर रेलवे स्टेशन का दबाव काफी हद तक कम होगा और आउटर इलाके से रायपुर स्टेशन आने वाले यात्रियों को नजदीकी स्टेशन से ही ट्रेन में सवार होने की सुविधा मिल सकेगी।

रायपुर शहर में देवेंद्र नगर(पंडरी), सरोना, उरकुरा रेलवे स्टेशन (स्टापेज) बनाने का प्रस्ताव पिछले साल ही भेजा गया था, जबकि सरस्वती नगर स्टेशन पहले से है। दरअसल रायपुर स्टेशन में तीन अलग-अलग रूट से ट्रेनें पहुंचती हैं। इसके कारण कई बार ट्रेनों का इंजन भी बदलना पड़ता है। रेलवे अफसरों का कहना है कि इंजन को बार-बार मोड़ना सही नहीं होता है, इससे हादसे की आशंका भी बनी रहती है। इसे ध्यान में रखकर देवेंद्र नगर (पंडरी) स्थित रेलवे ब्लाक हट को नया स्टापेज बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है।

उसलापुर की तर्ज पर होगा विकसित

बिलासपुर के उसलापुर स्टेशन की तर्ज पर देवेंद्र नगर, उरकुरा, सरोना समेत 15 जगहों में स्टेशन बनने से इंजन बदलने की दिक्कत से छुटकारा मिलेगा। टिटलागढ़ के रास्ते तीन ट्रेनें रायपुर आकर इंजन बदलने के बाद आगे रवाना होती है। इसमें एक घंटे का समय व्यर्थ होता है। इसे ध्यान में रखकर यात्रियों को नई सुविधा देने के लिए नया स्टापेज बनाने का फैसला लिया गया है।

मालगाड़ी रुकने पर बदले जाते हैं ड्राइवर

देवेंद्र नगर के अंतिम छोर नारायणा हास्पिटल चौराहे से लगी जगह में ब्लाक हंट है। वहां पर वर्तमान में मालगाड़ी आकर रुकती है और ड्राइवर बदले जाते हैं। बाकायदा यहां पर एक स्टेशन मास्टर भी पदस्थ है। पहले यहां पर ट्रेन भी रुकती थी और आसपास रहने वाले यात्री भी स्टेशन के बजाय यहीं उतर जाया करते थे, पर पिछले नौ साल से यहां पर ट्रेनें नहीं रुक रही हैं।

हजारों यात्रियों और उद्योगों को मिलेगा फायदा

रायपुर स्टेशन से उरकुरा और सरोना की दूरी पांच से 10 किलोमीटर है, जहां समय पर ट्रेन पकड़ने के लिए रहवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सरोना और उरकुरा स्टेशन बनने से भनपुरी, उरला, खमतराई, बिरगांव, सिलतरा, सड्डू और आसपास रहने वाले हजारों यात्रियों के साथ ही इलाके में स्थापित सैकड़ों उद्योगों को फायदा होगा।

होंगे निर्माण कार्य

रेल मंडल के 15 छोटे स्टेशनों का स्वरूप आने वाले समय में बदल जाएगा। इन स्टेशनों के प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने के साथ ही पार्किंग, वेटिंग हाल, फुट ओवरब्रिज, रिटायरिंग रूम, फूड प्लाजा, एस्केललेटर और लिफ्ट आदि का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए रेलवे प्रशासन कंसल्टेंसी एजेंसी करने जा रहा है। नए स्टेशनों की मास्टर प्लानिंग, आर्किटेक्चरल डिजाइनिंग के साथ विस्तृत रिपोर्ट एजेंसी तैयार करेगी।

रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विपिन वैष्णव ने कहा, रायपुर मंडल के 15 स्टेशनों का उन्नयन करने की योजना है। इसके लिए कंसल्टेंसी एजेंसी नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है। एजेंसी के सुझाव अनुसार स्टेशन का नवीनीकरण किया जाएगा।