छत्तीसगढ़

शेन वार्न को आदर्श मानने वाली पार्शवी करती थी स्केटिंग, पिता के फैसले ने बदल दी जिंदगी

नई दिल्ली। अंडर19 टी20I विश्व कप में भारत रविवार को इंग्लैंड से भिड़गा। सेमीफाइनल में भारतीय अंडर19 महिला टीम ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से रौंदा। भारत की इस जीत में गेंदबाज पार्शवी चोपड़ा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। पार्शवी ने इससे पहले सुपर-8 में श्रीलंका के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

पार्शवी शेन वार्न को अपना आदर्श मानती हैं। वह उन्हीं की तरह गुगली गेंद करने की कोशिश करती हैं। पार्शवी चोपड़ा को पहले स्केटिंग पसंद थी। उनकी दादा, पिता और चाचा क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं। पार्शवी चोपड़ा ने U-14 यूपी स्केटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीता है।

पिता के फैसले ने बदली जिंदगी

उनके पिता ने उसे क्रिकेटर बनाने का फैसला किया। पार्शवी चोपड़ा के पिता ने 2016 ने कोच जेपी नौटियाल और गौरव भाटिया के मार्गदर्शन में युवराज सिंह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में प्रशिक्षण के लिए भेजा। जल्द ही युवा खिलाड़ी ने BCCI U-16 के लिए एकदिवसीय टूर्नामेंट खेला। 2018-19 सीजन में 17 विकेट हासिल किया। अगले सीजन में U-19 एकदिवसीय ट्रॉफी में खेला।

दादा से लेकर चाचा तक रहे हैं क्रिकेट खिलाड़ी

बता दें कि पार्शवी ग्रेटर नोएडा की रहने वाली हैं। उनके पिता एक रियल स्टेट बिजनेसमैन हैं। उनके दादा परशुराम चोपड़ा जोनल स्तर के क्रिकेटर और पिता और चाचा क्लब क्रिकेट खेल चके हैं। पार्शवी के पिता ने उन्हें उनके भाई के साथ क्रिकेट सीखने के लिए क्रिकेट एकेडमी भेजा था।

पार्शवी लेग स्पिन में गुगली और फ्लिपर पर काम किया। अंडर19 टी20 विश्व कप में वह भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर चुकी हैं। उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के दमपर भारत ने फाइलन में जगह बनाई है। रविवार को फाइनल में इंग्लैंड से मुकाबला होगा।