छत्तीसगढ़

BJP vs Congress: अनुराग ठाकुर के राहुल से पांच सवाल; कहा- हमारी नीतियों की वजह से ही कश्मीर में बेखौफ घूम रहे

नईदिल्ली I भाजपा ने कांग्रेस, राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा पर सोमवार को जमकर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल से कई सवाल किए। उन्होंने पूछा कि राहुल गांधी जी 1953 में कांग्रेस के शासन काल में भारत जोड़ने की सशक्त आवाज श्यामा प्रसाद मुखर्जी की कश्मीर में संदेहजनक मृत्यु हुई। जिम्मेदार कौन?

उन्होंने पूछा कि 1992 में कांग्रेसराज में मुरली मनोहर जोशी के साथ नरेंद्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा संगीनों के साये में कड़ी सुरक्षा में फहराया। जिम्मेदार कौन? उन्होंने पूछा कि 2011 में भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय एकता यात्रा, जिसमें देश के कोने कोने से लाखों युवा लाल चौक पर झंडा फहराने निकले, उन युवाओं को कांग्रेस सरकार के इशारों पर पीटा गया, जेलों में बेरहमी से ठूसा गया। जिम्मेदार कौन?

उन्होंने पूछा कि 20 जनवरी 2011 को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा अनुराग ठाकुर को लाल चौक जाकर तिरंगा नहीं फहराना चाहिए, क्षेत्र में माहौल खराब हो सकता है। जिम्मेदार कौन? उन्होंने पूछा कि क्लॉक टॉवर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की प्रथा जो 1990 से बीएसएफ या सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा साइट पर डेरा डाले हुए थी, को 2009 में राजनीतिक महत्व नहीं होने के कारण यूपीए की सरकार ने बंद किया। जिम्मेदार कौन?

उन्होंने कहा कि आज पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर से 370 व 35ए खत्म हुआ, जम्मू-कश्मीर विकास के नए पथ पर आगे बढ़ा, सुरक्षा चाक-चौबंद हुई, अमन बहाल हुआ। आज हर भारतवासी बेखौफ होकर पूरे गर्व से लाल चौक पर तिरंगा फहरा सकता है, तो भाजपा राज में ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, गृहमंत्री अमित शाह ने सम्भव कर दिखाया है।

उन्होंने कहा कि बर्फ के गोलों से खेलते- पिकनिक मनाते राहुल-प्रियंका को पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहिए कि आज उनकी वजह से आप, आपका परिवार,आपकी पार्टी…आपके नेता कार्यकर्ता बेखौफ कश्मीर में घूम रहे हैं। लाल चौक पर झंडा फहरा पा रहे हैं। मगर धन्यवाद  करना तो दूर आप यहां भी राजनीति कर रहे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने भी तंज कसा
इस बीच भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि राजनैतिक उद्देश्य ये प्रेरित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा केरल से शुरू हुई, जहां कांग्रेस के नेता यात्रा के सहभागी बने, जिन्होंने सड़क पर बीफ पार्टी की थी, फिर पादरी जॉर्ज पुनिया यात्रा के सहभागी बने, जिन्होंने कहा था कि वे भारत की धरती को अपवित्र मानते हैं।

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में राहुल गांधी एसपी उदय कुमार से मिले, जो तमिल पृथकता का बयान तक दे चुके हैं। फिर तमिलनाडु में कमल हसन को साक्षात्कार देते हैं, जहां राहुल गांधी कहते हैं- नेशन विद अ कंफ्यूज विजन। राहुल गांधी की यात्रा के स्थाई साथी कन्हैया कुमार जिनका संबंध टुकड़े-टुकड़े गैंग से रहा। जब ये यात्रा कश्मीर के नजदीक पहुंचती है तब यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल करते हैं। नफरती जहरबुझे सामानों को लेकर कौन सी मोहब्बत का अभियान चला रहे थे राहुल गांधी?

उन्होंने कहा कि आज अगर राहुल गांधी कश्मीर में झंडा फहराने में सफल हो रहे हैं तो सिर्फ इसलिए क्योंकि हमारे संयोजक ने अपने प्राण त्यागे और हमारे प्रधानमंत्री ने अगस्त 2019 में कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया। कांग्रेस अगर भारत जोड़ो की बात करती है तो ये बड़ी विडम्बना की बात है। इनकी एक ही नीति रही है- बांटे आंगन और गलियारे, बांटे मंदिर और गुरुद्वारे, गांव-गांव और खेत-खेत में तुमने जाति पाति की म्याद बांट दी और एक वोट के खातिर तुमने  देश की बुनियाद बांट दी।