छत्तीसगढ़

आगजनी में दुल्हन की मां-दादी समेत 14 लोगों की मौत, फेरे ले रही दुल्हन थी अनजान; सादे समारोह में पूरी हुई रस्में

धनबाद। आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार शाम सुबोध श्रीवास्तव के घर शादी थी लेकिन एक चिंगारी से लगी आग ने दुल्हन की मां, दादी समेत 14 लोगों की जिंदगी लील ली। वहीं, दुल्हन को पता ही नहीं था कि उसके घर में इतनी बड़ी त्रासदी हो गई। उसे बताया ही नहीं गया कि उसके परिजनों की मौत हो गई।

दुल्हन को सिर्फ इतना बताया गया था कि घर में आग लगी है और उसकी मां घायल है। उसके चेहरे पर हंसी बिल्कुल गायब थी। मंगलवार की रात विवाह स्थल सिद्धि विनायक में न द्वारचार हुआ न जयमाला। सीधे शादी की रस्में शुरू हो गई। यह सब होता देख दुल्हन स्वाति टकटकी लगाए देख रही थी। उसकी आंखें बार-बार मां, भाई और अन्य को तलाश रही थी। हालांकि, वह चुपचाप शादी की रस्म निभाती गई।

दुल्हन को यही बताया गया था कि उसकी मां घायल है और अस्पताल में भर्ती हैं। दादी की मौत की बात भी छुपाई गई। बरात गिरिडीह के न्यू बरगंडा दुर्गा मंदिर रोड से आई। दूल्हे का नाम सौरव और उसके पिता का नाम राजेंद्र प्रसाद है। सौरव बेंगलुरु में आइटी कंपनी में कार्यरत है।

घटना की सूचना गोविंदपुर पहुंचने के क्रम में बरातियों को लगी। इसके बाद सभी वहां डेढ़ घंटे तक रुके रहे। फिर विवाह स्थल पहुंचे। यहां जयमाला की रस्म नहीं निभाई गई। लड़की के मौसेरे भाई दीपू कुमार और भाभी ने कन्यादान की रस्म पूरी की। पिता बेसुध बैठे हुए थे। दुल्हन को शाम करीब चार बजे विवाह स्थल ले जाया गया था।